Edited By Seema Sharma,Updated: 05 Nov, 2019 04:39 PM
महाराष्ट्र में कुर्सी को लेकर जारी खींचतान अभी जारी है। महाराष्ट्र में चल रहे इस ड्रामे के बीच शिवसेना के बड़े नेता ने कहा कि इस मसले को सुलझाने के लिए केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत दखल दें।...
मुंबई: महाराष्ट्र में कुर्सी को लेकर जारी खींचतान अभी जारी है। महाराष्ट्र में चल रहे इस ड्रामे के बीच शिवसेना के बड़े नेता ने कहा कि इस मसले को सुलझाने के लिए केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत दखल दें। शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के सलाहकार किशोर तिवारी ने इस मामले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत को खत भी लिखा है। तिवारी ने खत में लिखा कि भाजपा के सीनियर नेता नितिन गडकरी को शिवसेना से बातचीत करने का काम सौंपा जाए।
तिवारी ने कहा कि हमें पूरा भरोसा है कि गडकरी न सिर्फ इस गठबंधन का सम्मान भी करेंगे और दो घंटे के अंदर इस मामले को सुलझा भी लेंगे। तिवारी ने कहा कि अगर यह मुद्दा सुलझ गया तो 30 महीे के लिए शिवसेना का सीएम होगा और बाकि के 30 महीनों में भाजपा का। तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के काम करने के तरीके को देखते हुए यही सही है कि किसी अनुभवी राजनेता, जैसे गडकरी को महाराष्ट्र में गठबंधन सहयोगियों से बात करने के लिए भेजा जाए।
हालांकि आरएसएस की तरफ से इस पर कोई जवाब या प्रतिक्रिया नहीं आई है लेकिन संघ के मुखपत्र तरुण भारत के संपादकीय में शिवसेना सांसद संजय राउत पर जरूर निशाना सादा गया है। बता दें कि महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनाव के आए नतीजों के बाद से ही सियासी ड्रामा चल रहा है। संजय राउत कभी कार्टून तो कभी शायरी के जरिए भाजपा पर हमलावर हैं।