Edited By Seema Sharma,Updated: 19 Oct, 2018 05:34 AM
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आज नागपुर में विजयादशमी उत्सव मना रहा है। कार्यक्रम में संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फड़णवीस भी मौजूद रहे।
मुंबईः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने आज नागपुर में विजयादशमी उत्सव मनाया। कार्यक्रम में संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फड़णवीस भी मौजूद रहे। वहीं, मुख्य अतिथि के तौर पर नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी भी पहुंचे। आरएसएस ने कार्यक्रम की शुरुआत शस्त्र पूजा से की। इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने कहा कि मोदी सरकार जल्द से जल्द कानून लाकर राम मंदिर का निर्माण करे। उन्होंने कहा कि राम मंदिर के निर्माण में किसी का भी हस्ताक्षेप न हो। भागवत ने कहा कि आज भारत का दुनिया में गौरव बढ़ रहा है। अब भारत की दुनिया में एक अलग ही पहचान बन रही है। वहीं, उन्होंने कहा कि सीमा पर सुरक्षा और बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सेना का मनोबल कभी न घटने दें। सेना की ताकत और बढ़ानी चाहिए।
भागवत के संबोधन की खास बातें
- भले ही पड़ोसी देश में सरकार बदल गई है, लेकिन उसकी नीयत नहीं बदली है। पाकिस्तान की हरकतों में कोई परिवर्तन नहीं आया है।
- हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
- हमें और बलवान होना होगा, ताकि कोई हम पर हमला करने की सोचे भी नहीं।
- हमने देश सरकार को नहीं सौंपा है, देश हमारा ही है। सरकार सब कुछ नहीं करती है।
- सरकार को अपने कुछ कामों की गति बढ़ानी चाहिए।
- रक्षा उत्पादन में पूर्ण-आत्मनिर्भरता के बगैर भारत अपनी सुरक्षा को लेकर आश्वस्त नहीं हो सकता।
- हिंसा फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई हो।
- देशवासियों से अपील की कि वे समाज में ‘शहरी माओवाद’ और ‘नव-वामपंथी’ तत्वों की गतिविधियों से सावधान रहें।
विजयादशमी के दिन RSS की स्थापना
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना 1925 को विजयादशमी के दिन ही की गई थी। इसलिए RSS हर साल इस दिन अपना स्थापना दिवस मनाता है। इस दिन को RSS विजय दिवस के रूप में भी मनाता है।