Edited By ASHISH KUMAR,Updated: 10 Apr, 2018 08:07 PM
10 अप्रैल को भारत बंद के दौरान मध्यप्रदेश के सीधी जिले में हिंसा को रोकने के लिए पुलि को बल प्रयोग करना ही पड़ा। रायल राजपूत संगठन और वकीलों ने एक दूसरे को उकसाकर पत्थर बाजी शुरू कर दी। पुलिस ने प्रदर्शन को बढ़ता हुआ देखकर कर लाठीचार्ज कर दिया है।...
मध्यप्रदेश (सीधी): 10 अप्रैल को भारत बंद के दौरान मध्यप्रदेश के सीधी जिले में हिंसा को रोकने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना ही पड़ा। रायल राजपूत संगठन और वकीलों ने एक दूसरे को उकसाकर पत्थर बाजी शुरू कर दी। पुलिस ने प्रदर्शन को बढ़ता हुआ देखकर कर लाठीचार्ज कर दिया। जिससे कुछ मीडिया प्रतिनिधियों सहित एक दर्जन आम नागरिक भी घायल हुए है। घायलों को आनन-फानन में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने पूरे क्षेत्र को चौतरफा घेर लिया गया। प्रदर्शनकारी कोई बड़ी घटना न करें इस लिए जगह-जगह नाकेबंदी कर दी गई। दोनों समुदायों के अगुवाई करने वाले प्रतिनिधियों से अधिकारी बात कर रहे हैं।
आरक्षण के खिलाफ सीधी में भारी आक्रोश
बता दें कि सीधी शहर में आरक्षण के खिलाफ जनता में भारी आक्रोश है। जिसके विरोध में सभी एकत्र होकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने जा रहे थे। इसी विरोध को लेकर पुलिस ने कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज किया जिससे मामला बिगड़ गया। सूत्रों की मानें तो पुलिस ने कलेक्ट्रेट के अंदर घुस कर वकीलों और रायल राजपूत संगठन के लोगों पर लाठियां बरसाई।
रीवा जोन से भारी संख्या में पुलिस बल रवाना
भारत बंद के दौरान सीधी में हुए चौतरफा बवाल को लेकर रीवा आईजी ने भारी संख्या में पुलिस बल सीधी के लिए रवाना कर दिया है। एहतियातन कोई बड़ी घटना ना हो इसलिए ये कदम उठाया गया है। रवाना हुई पुलिस पार्टियों में रीवा जिला बल, पीटीएस के जवान शामिल है।
अम्बेडकर प्रतिमा की सुरक्षा के लिए तैनात किए गए जवान
सतना के सिविल लाइन थानांतर्गत अमौधा स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा खंडित करने व घटनाक्रम के विरोध में कुछ देर के लिए बने तनावूपर्ण स्थिति को देखते हुए सीधी पुलिस ने पहरा बढ़ा दिया है। शहर के कलेक्ट्रेट सहित जिले में करीब १२ प्वाइंट चिह्नित किए गए हैं, जहां आम्बेडकर सहित अन्य महापुरषों की प्रतिमा स्थापित हैं। इनकी निगरानी बढ़ाइ गई है। एसपी मनोज श्रीवास्तव ने कलेक्ट्रेट चौराहे पर दो पुलिस जवान तैनात किए हैं। बताया कि एससी, एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से दलित संगठनों में नाराजगी है। ऐसे में सामाजिक सौहाद्र्र न बिगड़े प्रतिमाओं की सुरक्षा बढ़ाई गई है।
रीवा से बुलाए गए अतिरिक्त बल
10 अप्रैल को आंदोलन की चर्चा के बीच जिले में अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया है। इसमें पुलिस ट्रेनिंग सेंटर रीवा से 30 जवान एवं सशक्त फोर्स के 50० जवानों को बुलाकर तैनात किया गया है।
हाॅस्टल व कॉलेज पर विशेष नजर
आईजी उमेश जोगा ने पुलिस अफसरों को निर्देशित किया कि कॉलेज व हास्टल में रहने वाले छात्रा-छात्राओं पर विशेष नजर रखें। शरारती तत्व उनकी भावनाओं को उकसाकर अपना काम निकालते हैं। लिहाजा, वहां जाकर छात्रों को समझाइश दें कि किसी के उकसावे में न आएं। इससे भविष्य खराब हो सकता है। आपकी कोई समस्या है तो अफसरों से बताएं वे समाधान करेंगे।
स्कूलों में अवकाश घोषित
10 अप्रैल को बाजार बंद की अफवाह से पुलिस ही नहीं प्रशासन भी सतर्क नजर आ रहे है। जिला दंडा अधिकारी (कलेक्टर) दिलीप कुमार ने आदेश जारी कर जिले के सभी शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों में अवकाश घोषित किया है।
बंद पड़े सीसीटीवी
बंद की अफवाहों के बीच पुलिस व प्रशासन द्वारा तमाम सख्ती बरती जा रही है, लेकिन शहर के प्रमुख चौराहों पर बंद पड़े सीसीटीवी कैमरे दुरुस्त कराने की पहल नहीं की जा रही। जबकि, इनसे अपराधी पकडऩे में काफी सहूलियत होती है।