Edited By ,Updated: 02 Apr, 2016 07:04 PM
भारत माता की जय न कहने को लेकर दिए गए दारूल उलूम के फतवे को जहां मीयत उलेमा हिन्द के महासचिव ने खारिज किया वहीं स्वामी अग्निवेश ने फतवे का समर्थन करते हुए फतवे को सही बताया है...
नई दिल्ली: भारत माता की जय न कहने को लेकर दिए गए दारूल उलूम के फतवे को जहां मीयत उलेमा हिन्द के महासचिव ने खारिज किया वहीं स्वामी अग्निवेश ने फतवे का समर्थन करते हुए फतवे को सही बताया है। स्वामी अग्निवेश ने कहा कि किसी भी इंसान को भारत माता की जय बोलने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता। जो फतवा जारी हुआ है वह सही है।
गौरतलब है कि सहारनपुर के इस्लामिक शिक्षण संस्था दारुल उलूम ने एक फतवा जारी करते हुए कहा था कि मुसलमानों को भारत माता की जय नहीं बोलना चाहिए। फतवे के मुताबिक भारत उनका वतन है और वे उससे प्यार करते हैं लेकिन वे उसकी इबादत नहीं कर सकते क्योंकि इस्लाम में सिर्फ अल्लाह की इबादत की बात कही गई है।
जमियत उलेमा के अध्यक्ष अरशद मदनी ने कहा कि भारत माता की जय कहने में कोई परेशानी नहीं। मुस्लिम भी भारत माता की जय बोल सकते हैं।
आजमगढ़ जिले के सरायमीर थाना क्षेत्र के मदरसा जामिया शरइया फैजुल उलूम शेरवा के ईदगाह में जमीयत उलेमा हिन्द की तरफ से आयोजित विशाल संविधान सुरक्षा सम्मेलन में देशभर से कई सामाजिक कार्यकर्ता, धर्मगुरू, राजनीतिज्ञ शामिल हुए। सम्मेलन में हजारों की संख्या में लोगों ने भी शिरकत की। इस दौरान दारूल उलूम द्वारा भारत माता की जय पर जारी किए फतवे का जहां स्वामी अग्निवेश ने समर्थन किया वहीं जमीयत उलेमा हिन्द के महासचिव ने खारिज कर दिया। स्वामी अग्निवेश ने कहा कि किसी भी इंसान को भारत माता की जय बोलने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता। जो फतवा जारी हुआ है वह सही है।