Edited By shukdev,Updated: 28 Jan, 2020 09:48 PM
एयरटेल ग्राहकों के लिए एक बड़ी खबर है। विदेश व्यापार महानिदेशालय या DGFT ने सुनील मित्तल की भारती एयरटेल को ब्लैकलिस्ट कर दिया है। वाणिज्य मंत्रालय के तहत आने वाले विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने कहा है, पूंजीगत सामानों की निर्यात संवर्द्धन...
नई दिल्ली: एयरटेल ग्राहकों के लिए एक बड़ी खबर है। विदेश व्यापार महानिदेशालय या DGFT ने सुनील मित्तल की भारती एयरटेल को ब्लैकलिस्ट कर दिया है। वाणिज्य मंत्रालय के तहत आने वाले विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने कहा है, पूंजीगत सामानों की निर्यात संवर्द्धन (EPCG) योजना के तहत कुछ अधिकार दिए गए जिनमें निर्यात दायित्वों का पालन नहीं किया गया। इसे देखते हुए कंपनी को प्रवेश निषेध सूची (Denied Entities List) में डाल दिया गया। इस सूची को काली सूची के तौर पर भी जाना जाता है। सरकार की इस पहल के बाद कंपनी DGFT से कोई भी निर्यात लाभ अथवा लाइसेंस प्राप्त नहीं कर सकती है।
हालांकि, एयरटेल से जुड़े सूत्रों ने बताया,‘एयरटेल ने अप्रैल 2018 के बाद से इस तरह का (निर्यात का) कोई लाइसेंस नहीं लिया है, क्योंकि उसके परिचालन में इसकी कोई आवश्यकता नहीं है। बल्कि कंपनी पहले ही इस तरह के पुराने सभी लाइसेंस निरस्त करने का आवेदन कर चुकी है और उसे सरकार से इसकी अनुमति मिलने का इंतजार है। इस संबंध में कंपनी को भेजे गए ईमेल का तत्काल कोई जवाब नहीं मिल सका है। पूंजीगत सामान निर्यात संवर्धन याजना एक निर्यात प्रोत्साहन योजना है जिसके तहत वस्तुओं के निर्यात के लिए पूंजीगत सामानों का निशुल्क आयात करने की अनुमति है। योजना के तहत आयातकों को बचाए गए आयात शुल्क के मुकाबले छह गुणा तक निर्यात दायित्व पूरा करना होता है।