Edited By Anil dev,Updated: 15 May, 2019 12:36 PM
डॉक्टरों ने बताया कि मरीज भोला शंकर (42) मानसिक रूप से विक्षिप्त है। उसके पेट में लोहे की कीलें, छर्रे और तार कैसे आए, इस बारे में वह नहीं बता पा रहा है हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि भोला शंकर को लोहे का सामान खाने की आदत है जिसके कारण वह इन...
बूंदी: डॉक्टरों ने बताया कि मरीज भोला शंकर (42) मानसिक रूप से विक्षिप्त है। उसके पेट में लोहे की कीलें, छर्रे और तार कैसे आए, इस बारे में वह नहीं बता पा रहा है हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि भोला शंकर को लोहे का सामान खाने की आदत है जिसके कारण वह इन सामानों को निगल गया।
स्कैन करने के बाद डॉक्टरो रह गए दंग
भोला शंकर के पिता मदनलाल ने बताया कि 20 साल पहले उनका बेटा बागवानी करता था। वह मानसिक विक्षिप्त हो गया तो उसने काम छोड़ दिया। उसे पेट में दर्द उठा तो वह उसे डॉक्टर के पास लेकर गए। डॉक्टरों ने जब भोला शंकर के पेट का स्कैन किया तो दंग रह गए, उसके पेट में 116 लोहें की कीलें, छर्रे और तार नजर आए। टीम में शामिल जिला अस्पताल के डॉ. अनिल सैनी ने बताया कि भोला के पेट में कीलें, छर्रे और तार दूसरी बार कराए गए डिजीटल एक्स-रे में साफ नजर आए। सी.टी. स्कैन में उसके पेट में कीलें दिखीं। डॉक्टरों ने उसे तुरंत सर्जरी कराने की सलाह दी।