Edited By Tanuja,Updated: 17 Apr, 2021 10:14 AM
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा ने व्हाइट हाउस में आमने-सामने की अपनी पहली बैठक में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में...
न्यूयार्कः अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा ने व्हाइट हाउस में आमने-सामने की अपनी पहली बैठक में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव और चतुष्पदीय सुरक्षा संवाद (क्वाड) को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। क्वाड में अमेरिका और जापान के अलावा ऑस्ट्रेलिया और भारत भी शामिल हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में बाइडन की किसी अन्य देश के नेता के साथ शुक्रवार को हुई पहली बैठक में जलवायु परिवर्तन, कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई और उत्तर कोरिया पर भी चर्चा हुई।
बाइडेन के साथ सुगा ने व्हाइट हाउस में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हमारे गठबंधन ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र और दुनिया में शांति एवं स्थिरता के आधार के रूप में अपनी भूमिका निभाई है। मौजूदा क्षेत्रीय स्थिति और सुरक्षा संबंधी कठिन माहौल के मद्देनजर हमारे गठबंधन की महत्ता और बढ़ गई है।'' सुगा ने बताया कि उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों के अलावा स्वतंत्र एवं मुक्त हिंद-प्रशांत को लेकर भी वार्ता की। उन्होंने कहा, ‘‘हमने सहमति जताई कि जापान और अमेरिका मजबूत प्रयासों के जरिए इस रुख को बढ़ावा देने के लिए नेतृत्व करेंगे। हम आसियान, ऑस्ट्रेलिया और भारत समेत अन्य देशों, समूहों और क्षेत्रों के साथ भी सहयोग करेंगे।'' सुगा ने कहा, ‘‘हमने हिंद-प्रशांत एवं दुनिया में शांति एवं समृद्धि के संदर्भ में चीन के प्रभाव पर भी गंभीर वार्ता की।
हमने पूर्व और दक्षिण चीन सागर में यथास्थिति को बलपूर्वक बदलने की हर कोशिश का विरोध करने पर सहमति जताई।'' बाइडन ने कहा, ‘‘हम यह साबित करने के लिए मिलकर काम करेंगे कि लोकतंत्र अब भी मुकाबला कर सकता है और 21वीं सदी में जीत सकता है। हम तेजी से बदलती दुनिया में अपने लोगों के लिए काम कर सकते हैं। इसलिए, हम आज जापान और अमेरिका के बीच प्रतिस्पर्धात्मक और भरोसे पर कायम एक नयी साझेदारी की घोषणा कर रहे हैं, जो हमारे समय की चुनौतियों से निपटने में हमारी क्षमताओं को बढ़ाएगी। हम मिलकर इन चुनौतियों को हराएंगे।''
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे एजेंडे में शीर्ष पर निश्चित ही महामारी को नियंत्रित करना और हिंद प्रशांत में हमारे मित्रों एवं पड़ोसियों की मदद करना है। हमने इस साल की शुरुआत में टीकाकरण के प्रयासों में क्षेत्र के देशों की सहायता करने और कोविड-19 टीकों का उत्पादन बढ़ाने के लिए भारत और ऑस्ट्रेलिया के साथ मिलकर ऐतिहासिक ‘क्वाड टीका साझेदारी' शुरू की थी।'' उन्होंने कहा कि वे जलवायु परिवर्तन संबंधी खतरों से निपटने के लिए आक्रामक कदम उठाने को लेकर प्रतिबद्ध हैं।