Edited By ,Updated: 24 Nov, 2016 06:07 PM
देश में अचानक 500 और 1,000 के नोट बंद किए जाने के बाद फैली अव्यवस्था को लेकर कांग्रेस महासचिव और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने नरेेंद्र मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा नेताओं की मंडली और ‘मोदी भक्त’ प्रधानमंत्री का विरोध करने वाले लोगों...
इंदौर : देश में अचानक 500 और 1,000 के नोट बंद किए जाने के बाद फैली अव्यवस्था को लेकर कांग्रेस महासचिव और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने नरेेंद्र मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा नेताओं की मंडली और ‘मोदी भक्त’ प्रधानमंत्री का विरोध करने वाले लोगों को राष्ट्रविरोधी करार देने पर तुले हैं।
उन्हाेंने से संवाददाताओं बातचीत में कहा कि मोदी सरकार ने काला धन रखने वाले महज पांच प्रतिशत लोगों के खिलाफ नोटबंदी का जो वज्र अस्त्र चलाया, उससे देश के 95 प्रतिशत आम लोगों को परेशानी हो रही है। यह फैसला मोदी सरकार की असफलता दर्शाता है। दिग्विजय ने कहा कि देश में इस तरह का माहौल बनाया जा रहा है कि अगर आप प्रधानमंत्री की तारीफ करते हैं तो आप राष्ट्रभक्त हैं और अगर आप उनका विरोध करते हैं, तो आप राष्ट्रविरोधी हैं।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि अगर मोदी सरकार काले धन पर ईमानदारी से अंकुश लगाना चाहती है, तो वह उन लोगों के नाम जाहिर करे जिन्होंने एक साल में एल.आर.एस. के तहत अपना पैसा देश से बाहर भेजा है। उन्होंने दावा किया कि नोटबंदी के फैसले से न तो भ्रष्टाचार रूकेगा अाैर न ही अंतरर्राष्ट्रीय आतंकवाद पर प्रभावी अंकुश लग सकेगा।
कांग्रेस महासचिव ने मजाकिया लहजेे में कहा कि लोग अक्सर आपसी चर्चा में कहते हैं कि कांग्रेस को विरोध करना नहीं आता और भाजपा सरकार चलाना नहीं जानती। उन्होंने राष्ट्रीय जांच एजैंसी एन.आई.ए. की कार्यप्रणाली पर अंगुली उठाते हुए कहा कि देश की अलग-अलग आतंकी वारदातों में भूमिका के आरोप में पकड़े गए दक्षिणपंथी हिंदू संगठनों के लोगों को सजा से बचाने की कोशिश की जा रही है।