Edited By Yaspal,Updated: 13 May, 2019 12:09 AM
दिल्ली में रविवार को 60 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया जो कि 2014 के 65 प्रतिशत से कम है। दिल्ली में भाजपा, आप और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। मतदान के दौरान दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों से ईवीएम में खराबी और मतदाताओं के नाम...
नई दिल्लीः दिल्ली में रविवार को 60 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया जो कि 2014 के 65 प्रतिशत से कम है। दिल्ली में भाजपा, आप और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। मतदान के दौरान दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों से ईवीएम में खराबी और मतदाताओं के नाम नहीं होने की घटनाएं सामने आयीं।
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रणबीर सिंह ने कहा कि उनके कार्यालय ने मतदाताओं को मतदान केंद्रों तक लाने के लिए जितना जागरुकता अभियान चलाया था उसे देखते हुए मतदान प्रतिशत उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा। लोकसभा चुनाव के छठे चरण में दिल्ली की सात लोकसभा सीटों के लिए मतदान हुआ। इनमें से चांदनी चौक और उत्तर पूर्व दिल्ली में 62 प्रतिशत से अधिक मतदान जबकि नयी दिल्ली में 56.5 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
पूर्वी दिल्ली में 61.5 प्रतिशत, उत्तर पश्चिम दिल्ली में 59 प्रतिशत, दक्षिण दिल्ली में 58 प्रतिशत और पश्चिम दिल्ली में 60 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। मतदान शाम छह बजे तक 60 प्रतिशत दर्ज किया गया और यह आंकड़ा थोड़ा ऊपर जा सकता है क्योंकि कई स्थानों पर मतदान समयसीमा से भी आगे चला। सिंह ने कहा, ‘‘शाम छह बजे तक मतदान केंद्रों के बाहर कतारें थीं। दिन के अंत तक मतदान 61 प्रतिशत पार करने की उम्मीद है।'' दिल्ली में 1.43 करोड़ मतदाता हैं।
164 उम्मीदवारों चुनाव मैदान में हैं जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन, दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी, पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर और आप की आतिशी शामिल हैं। भाजपा, कांग्रेस और आप ने सभी सात सीटें जीतने का भरोसा जताया है। दिल्ली में मतदान की शुरुआत सुबह धीमी रही लेकिन दिन चढ़ने के साथ ही इसमें तेजी आयी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू सहित कई गणमान्य हस्तियों ने अपने मताधिकारों का इस्तेमाल किया। नायडू ने अपना वोट वियतनाम की चार दिवसीय यात्रा से लौटने के बाद डाला।