Edited By vasudha,Updated: 01 Sep, 2018 03:15 PM
लोकसभा चुनाव से पहले सामाजिक समीकरणों को साधने के लिए भाजपा ने व्यापक तैयारी शुरू कर दी है। विपक्ष के पिछड़ा, दलित व मुसलमान कार्ड की काट के लिए केंद्र सरकार नए कानून लेकर आ रही है...
नेशनल डेस्क: लोकसभा चुनाव से पहले सामाजिक समीकरणों को साधने के लिए भाजपा ने व्यापक तैयारी शुरू कर दी है। विपक्ष के पिछड़ा, दलित व मुसलमान कार्ड की काट के लिए केंद्र सरकार नए कानून लेकर आ रही है। इसी के तहत मोदी सरकार ने हर बूथ पर 10 महिलाएं तैनात करने का फैसला लिया है।
सरकार की योजनाओं का करेंगी प्रचार
योजना के अनुसार जिन महिलाओं ने सरकारी योजनाओं का लाभ लिया है बूथ पर नियुक्ति के लिए उनका चयन किया जाएगा। 15 अगस्त से प्रदेशभर में महिला सम्मेलन आयोजित किए जा रहे हैं जहां महिला कार्यकर्ताओं को आवश्यक दिशानिर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही सरकार की योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने का काम किया जाएगा। बता दें कि भाजपा में महिला कार्यकर्ताओं की संख्या करीब 3 करोड़ है।
विपक्ष को जवाब देने के लिए कार्यकर्ता तैयार
वहीं इससे पहले दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने दावा किया कि कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में महिलाओं की अहम भूमिका रहेगी। महिला कार्यकर्ताओं ने भी संकेत दिया कि वे नरेंद्र मोदी सरकार की नीतियों को घर-घर पहुंचाने और विरोधियों को जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। मोर्चा की दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष पूनम पाराशर झा ने कहा था कि सेनेटरी नैपकिन से वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) हटाकर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को नि:शुल्क गैस कनेक्शन और शौचालय देकर मोदी सरकार ने महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशीलता दिखाई है। इससे महिलाएं सरकार के समर्थन में खड़ी हैं।