Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Mar, 2018 12:06 PM
कुछ राज्यों में उपचुनाव के नतीजे पक्ष में नहीं होने के बावजूद भाजपा हताश नहीं है और उसे महाराष्ट्र के भंडारा- गोंदिया तथा पालघर लोकसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों में जीत का पूरा भरोसा है...
नेशनल डेस्क: कुछ राज्यों में उपचुनाव के नतीजे पक्ष में नहीं होने के बावजूद भाजपा हताश नहीं है और उसे महाराष्ट्र के भंडारा- गोंदिया तथा पालघर लोकसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों में जीत का पूरा भरोसा है। 2019 लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और फूलपुर तथा बिहार के अररिया लोकसभा सीटों पर हुए उपचुनावों में भाजपा को हार मिली है। पिछले महीने राजस्थान में हुए दो लोकसभा सीटों और एक विधानसभा सीट पर चुनाव में कांग्रेस ने बाजी मार ली।
महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा कि लोगों में भाजपा के खिलाफ बहुत गुस्सा है और महाराष्ट्र में होने वाले उपचुनावों का परिणाम भी उससे अलग नहीं होगा।हालांकि, भाजपा प्रवक्ता माधव भंडारी का कहना है कि राजस्थान, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश में हार के कारण अलग- अलग हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस मध्यप्रदेश में अपनी दो विधानसभा सीटों को बचाने में कामयाब रही, लेकिन वहां जीत का अंतर कम हुआ है।
भाजपा नेता ने महाराष्ट्र का हवाला देते हुए कहा कि भंडारा- गोंदिया में जिला परिषद और पंचायत समितियों में भाजपा के अधिकतम सदस्य हैं। भंडारी ने दावा किया कि पालघर में पार्टी के दिवंगत नेता चितामन वांगा की लोकप्रियता और साख भाजपा के पक्ष में जायेगी। बता दें कि भंडारा- गोंदिया सीट से भाजपा सांसद पाना पटोले के पिछले वर्ष इस्तीफा देकर कांग्रेस में चले जाने के कारण यहां उपचुनाव हो रहे हैं। वहीं पालघर से भाजपा सांसद चितामन वांगा की इस वर्ष जनवरी में मृत्यु होने के कारण यह सीट खाली हुई है। इसके अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पतंगराव कदम के निधन के कारण सांगली की पलुस- काडेगांव विधानसभा सीट भी रिक्त है।