Edited By Pardeep,Updated: 25 May, 2019 01:17 AM
दिल्ली में शानदार जीत के बाद भाजपा यही दौर अगले साल दिल्ली विधानसभा चुनाव तक बरकरार रखना चाहती है जबकि कांग्रेस और आप को भगवा चुनौती का सामना करने के लिए एक साथ मिलकर काम करने की जरूरत का अहसास हो रहा है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, सातों...
नई दिल्लीः दिल्ली में शानदार जीत के बाद भाजपा यही दौर अगले साल दिल्ली विधानसभा चुनाव तक बरकरार रखना चाहती है जबकि कांग्रेस और आप को भगवा चुनौती का सामना करने के लिए एक साथ मिलकर काम करने की जरूरत का अहसास हो रहा है।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, सातों सीटों पर जीतने वाली भाजपा को 56.56 प्रतिशत वोट मिले। कांग्रेस को 22.51 प्रतिशत और आम आदमी पार्टी 18.11 प्रतिशत वोट मिले। भाजपा और कांग्रेस की वोट हिस्सेदारी में वृद्धि इस बात का संकेत है कि विधानसभा चुनाव में रोचक मुकाबला होगा।
दिल्ली भाजपा प्रमुख मनोज तिवारी ने कहा है कि उनकी पार्टी विधानसभा चुनाव में दिल्ली में कम से कम 60 सीटें जीतेगी और राज्य को आप और इसके प्रमुख अरविंद केजरीवाल से मुक्त कराएगी ।