Edited By Yaspal,Updated: 30 Jul, 2019 01:07 AM
अपनी तरह की पहली पहल के तहत भाजपा ने संसद में अपने सांसदों के और प्रभावी बनने में उन्हें सहयोग पहुंचाने के लिए आईआईएम और आईआईएससी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के मेधावी विद्यार्थियों को उनके साथ काम...
नई दिल्लीः अपनी तरह की पहली पहल के तहत भाजपा ने संसद में अपने सांसदों के और प्रभावी बनने में उन्हें सहयोग पहुंचाने के लिए आईआईएम और आईआईएससी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के मेधावी विद्यार्थियों को उनके साथ काम करने के लिए इंटर्न बनाया।
भाजपा संसदीय दल के सचिव बालासुब्रमण्यम के ने बताया कि भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी), बेंगलुरु के भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम), भारतीय राष्ट्रीय विधि महाविद्यालय, राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं स्नायु विज्ञान संस्थान के 40 विद्यार्थियों को 17 वीं लोकसभा के पहले सत्र के लिए सांसदों के साथ जोड़ा गया था।
इन विद्यार्थियों की उनकी भूमिका को लेकर सराहना करते हुए बालासुब्रमण्यम ने बताया कि उन्होंने ढेर सारा शोध किया, विविध विषयों का अध्ययन किया और पार्टी सांसदों को इस सत्र के दौरान महत्वूपर्ण जानकारियां दीं। यह सदन में पार्टी सांसदों के भाषण एवं सक्रिय भागीदारी में परिलक्षित हुआ। खासकर दो मौकों पर, राष्ट्रपति के अभिभाषण और केंद्रीय बजट पर चर्चा के दौरान वे सांसदों को तैयार करने में बड़े मददगार साबित हुए।
इसी के साथ, इन विद्यार्थियों को एक अच्छा मौका मिला क्योंकि उनमें से कई सिविल सेवाओं की तैयारी कर रहे हैं। ये सभी विद्यार्थी थिंक इंडिया के मार्फत आए जिसने वरिष्ठ भाजपा नेता और केंद्रीय संसदीय कार्य मत्री प्रह्लाद जोशी से उनके संसदीय (संसदीय इंटर्नशिप कार्यक्रम) के लिए संपर्क किया था।
जोशी को भेजे गये थिंक इंडिया के पत्र के अनुसार पार्टी को विद्यार्थियों और विविध क्षेत्रों के पेशेवरों से 600 से अधिक आवेदन मिले थे। मूल्यांकन की कड़ी प्रक्रिया के बाद 40 विद्यार्थियों को सांसद के साथ इंटर्नशिप के लिए चुना गया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अध्यक्ष एस सुब्बैया ने कहा कि थिंक इंडिया इस देश की श्रेष्ठ मेधाओं को साथ लाने और उनमें ‘देश प्रथम' की भावना भरने के लिए परिषद की एक पहल है।