Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Sep, 2017 05:32 PM
पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, प्रदेश प्रमुखों और संगठन के अन्य प्रमुख नेताओं समेत पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारी इस बैठक में उन प्रस्तावों को अंतिम रूप देंगे
नई दिल्लीः बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक रविवार से शुरू हो गई। बैठक में चर्चा का अहम मुद्दा पीएम मोदी के लिए चिंता का विषय बन चुकी अर्थव्यवस्था के रहने की उम्मीद जताई जा रही है। साथ ही इसमें सरकार के आर्थिक और राजनीतिक एजेंडे की रूपरेखा भी पेश की जा सकती है। बता दें, विपक्षी दल कम होती जीडीपी दर और नोटबंदी से उपजी परिस्थितियों को लेकर सरकार पर लगातार अर्थव्यवस्था में नाकामी के आरोप लगाते आ रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, प्रदेश प्रमुखों और संगठन के अन्य प्रमुख नेताओं समेत पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारी इस बैठक में उन प्रस्तावों को अंतिम रूप देंगे जिन पर 25 सितंबर को दीन दयाल उपाध्याय की जन्मशती पर चर्चा होनी है।
भाजपा सूत्रों ने बताया कि पार्टी प्रस्तावना में यह दावा भी किया जा सकता है कि यूपीए सरकार के मुकाबले एनडीए के शासनकाल में अर्थव्यवस्था बेहतर हो रही है। बैठक में भाजपा जीएसटी को भी सरकार की बड़ी सफलता के रूप में पेश कर सकती है। इसमें प्रधानमंत्री के विकास का एजेंडा भी मुख्य विषय होगा। इसके अलावा बैठक में रोहिंग्या घुसपैठियों पर भी चर्चा होगी जिसे सरकार सुरक्षा के लिहाज से खतरा मान रही है।
बैठक की एक मुख्य खासियत यह भी होगी कि इसमें सभी चुने हुए प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। सोमवार को दूसरे दिन की बैठक में कोर ग्रुप के नेताओं के अलावा भाजपा के सभी 1400 विधायक, 337 सांसद और पार्षद शामिल होंगे। इसके अलावा बैठक में 2000 से अधिक प्रतिनिधि भी शरीक होंगे। सोमवार को समापन सत्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी सरकार की ओर से गरीबों के हित में किए जा रहे उपायों और अन्य नीतिगत निर्णयों के बारे में विस्तार से चर्चा होगी।