Edited By Seema Sharma,Updated: 17 May, 2018 06:18 AM
कर्नाटक में त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति सामने आने के बाद सबसे बड़े दल भाजपा और कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन के सरकार बनाने का दावा पेश करने के बाद राज्य में भावी सरकार को लेकर संशय और गहरा गया है। अब सारी नजरें राज्यपाल वजुभाई वाला पर टिक गई हैं। उन्हें...
बेंगलुरु: कर्नाटक के राज्यपाल वजूभाई वाला ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता बी एस येद्दियुरप्पा को राज्य के 23वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने का आमंत्रण दिया। वह अाज सुबह 9 बजे राजभवन में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। भाजपा के राज्य प्रभारी मुरलीधर राव ने बताया कि राज्यपाल ने येद्दियुरप्पा को मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने का निमंत्रण दिया है। उन्हें 15 दिन के अंदर बहुमत साबित करना होगा।
कांग्रेस-जेडीएस के गठबंधन को लगा झटका
राज्यपाल के इस निर्णय से 117 विधायकों के समर्थन वाले कांग्रेस और जनता दल (सेक्यूलर) को करारा झटका लगा है। दोनों दलों ने गठबंधन सरकार बनाने के मकसद से हाथ मिलाया था। इन चुनावों में भाजपा को 104, कांग्रेस को 78, जनता दल (एस) को 37, बहुजन समाज पार्टी को एक और निर्दलीय को दो सीटों पर विजय हासिल हुई है।
भाजपा सबसे अधिक सीटें जीत कर सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आई लेकिन कांग्रेस और जनता दल (एस) ने हाथ मिलाकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। राज्यपाल ने सबसे बड़ी एकल पार्टी के तौर पर भाजपा को सरकार बनाने का आमंत्रण दिया है हालांकि वह सरकार बनाने के लिए जरूरी बहुमत से चूक गई है।
JDS+ कांग्रेस के साथ
जेडीएस नेता कुमारस्वामी ने कहा कि हम कांग्रेस के साथ है। उन्होंने कहा कि भाजपा राज्य में सरकार बनाने की जल्दी में है लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे। दूसरी तरफ जेडीएस के करीब 12 विधायक भाजपा के संपर्क में हैं, ये सभी विधायक कांग्रेस के साथ गठबंधन से नाराज हैं। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा उसके विधायकों को डराने-धमकाने की कोशिश कर रही है, यही कारण है कि पार्टी की ओर से विधायकों को सुरक्षित रखने के लिए कई तरह की कोशिशें की जा रही हैं। कांग्रेस ने इग्लटन रिसॉर्ट में अपने विधायकों के लिए कमरे बुक करवाए हैं। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस ने रिसॉर्ट में 120 कमरे बुक कराए गए हैं।