भाजपा दक्षिण में खुद को मजबूत करने में जुटी

Edited By ,Updated: 02 Sep, 2019 04:05 AM

bjp is trying to strengthen itself in the south

दक्षिण में अपनी जड़ों को मजबूत करना भाजपा के एजैंडे में है और यही वजह है कि पार्टी विरोधी दलों के नेताओं को अपनी ओर आकॢषत करने और संगठन में नया नेतृत्व लाकर अपनी मौजूदगी को सुदृढ़ करने में जुटी है। पार्टी के एक नेता ने कहा कि तमिलनाडु भाजपा की...

दक्षिण में अपनी जड़ों को मजबूत करना भाजपा के एजैंडे में है और यही वजह है कि पार्टी विरोधी दलों के नेताओं को अपनी ओर आकर्षित करने और संगठन में नया नेतृत्व लाकर अपनी मौजूदगी को सुदृढ़ करने में जुटी है। पार्टी के एक नेता ने कहा कि तमिलनाडु भाजपा की प्रमुख तमिलसाई सुंदरराजन की तेलंगाना के राज्यपाल पद पर नियुक्ति से द्रविड़ राज्य में नए नेतृत्व के लिए रास्ता खुलेगा। 

भाजपा ने प्रभावशाली नेताओं, खासकर तेदेपा के नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल करने के साथ ही आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में बड़े विस्तार के लिए अभियान चला रखा है। बीते लोकसभा चुनावों के दौरान देश भर में भाजपा को प्रचंड समर्थन मिला लेकिन दक्षिण की बात करें तो कर्नाटक को छोड़कर बाकी दक्षिणी राज्यों में वह उतनी मजबूत नजर नहीं आई। कर्नाटक में भाजपा काफी समय से मजबूत स्थिति में है। तमिलनाडु, केरल और आंध्र प्रदेश में भाजपा के खाते में एक भी लोकसभा सीट नहीं आई जबकि इन राज्यों में 84 संसदीय क्षेत्र हैं। 

दलित मतदाताओं पर कांग्रेस की नजर
महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में दलित मतदाताओं को लामबंद करने के मकसद से कांग्रेस विधानसभा स्तर पर अनुसूचित जाति के समन्वयकों की नियुक्ति करेगी और ‘संविधान से स्वाभिमान यात्रा’ निकालेगी। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पिछले सप्ताह कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ मुलाकात की थी जिसमें उन्हें दलितों के बीच पार्टी के आधार को मजबूत बनाने के लिए तेजी से काम करने का निर्देश दिया गया था।  कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग के प्रमुख नितिन राउत के मुताबिक सोनिया गांधी के कहे मुताबिक उनका संगठन दलित समाज को लामबंद करने के लिए कई स्तरों पर काम करने जा रहा है। 

चिदम्बरम के बाद वाड्रा फिर अहमद की बारी
भ्रष्टाचार के मामले में पूर्व वित्त व गृह मंत्री पी. चिदम्बरम जांच एजैंसियों के रिमांड पर होने के बाद अब रॉबर्ट वाड्रा और अहमद पटेल की बारी है। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा को भी सी.बी.आई. व ई.डी. कभी भी रिमांड पर पूछताछ के लिए ले सकती है। उसके बाद सोनिया, राहुल व प्रियंका के बाद सबसे शक्तिशाली अहमद पटेल को जांच एजैंसियां पूछताछ के लिए रिमांड पर लेंगी। अहमद पटेल पार्टी के खजांची हैं और मुम्बई क्लब से पार्टी के लिए धन बटोरने का काम करते हैं। यू.पी.ए. सरकार के समय उन पर और उनके पुत्र पर कई तरह के भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे जिनमें से कई के विस्तृत विवरण पर केन्द्रीय जांच एजैंसियों की निगाह है। यह भी कहा जाता है कि अहमद पटेल की पी. चिदम्बरम से बहुत पटती है ।  

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!