Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Mar, 2018 03:17 PM
मध्यप्रदेश विधानसभा में आज माहौल उस समय गनमीन हो गया जब भाजपा विधायक ने अपना दर्द सुनाया। विधायक ने टोलनाके से जुड़े मामले में खुद को पांच घंटे तक थाने में बैठाए जाए रखने का दर्द विधानसभा में जाहिर किया...
भोपाल: मध्यप्रदेश विधानसभा में आज माहौल उस समय गनमीन हो गया जब भाजपा विधायक ने अपना दर्द सुनाया। विधायक ने टोलनाके से जुड़े मामले में खुद को पांच घंटे तक थाने में बैठाए जाए रखने का दर्द विधानसभा में जाहिर किया। इसे सुनने के बाद अध्यक्ष डा. सीतासरन शर्मा ने सरकार को टोल कर्मचारियों का पुलिस सत्यापन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।
विधायक को पांच घंटे बैठाया गया पुलिस थाने
प्रश्नकाल के दौरान विधायक कालू सिंह ठाकुर ने अपने सुरक्षाकर्मी के साथ एक टोल नाके पर मारपीट होने का मामला उठाते हुए कहा कि इसके बाद उन्हें स्वयं मामला दर्ज कराए जाने के लिए पांच घंटे पुलिस थाने में बैठाए रखा गया। उन्होंने सरकार से पूछा कि इस मामले में जिम्मेदारों पर क्या कार्रवाई हुई। विधायक ने भावुक अंदाज में कहा कि इस मामले से व्यथित होते हुए उन्होंने अब धार जिले से राजधानी भोपाल तक कार से आना छोड़ दिया है और वे बस से सफर करते हैं। गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ठाकुर ने जवाब में बताया कि सभी विधायकों को सुरक्षा के लिए सुरक्षाकर्मी उपलब्ध कराए गए हैं लेकिन उनके पास पहचान पत्र नहीं होने और उनके निर्धारित वेशभूषा में नहीं होने के चलते कई बार ऐसे मामले हो जाते हैं।
कांग्रेस सदस्यों ने किया हंगामा
इस पर प्रश्नकर्ता ठाकुर ने कहा कि उनके सुरक्षाकर्मी के पास पहचानपत्र था और जवाब में झूठी जानकारी दी गई है। भाजपा विधायक के इस रुख पर कांग्रेस सदस्यों ने हंगामा करते हुए विधायकों की सुरक्षा नहीं होने का आरोप लगाया। मंत्री ने सभी विधायकों को उनकी सुरक्षा का आश्वासन देते हुए कहा कि आवश्यकता पडऩे पर उन्हें अतिरिक्त सुरक्षा भी दी जाएगी। इसी बीच विधानसभा अध्यक्ष डा. सीतासरन शर्मा ने सरकार को आदेश दिया कि टोलनाकों पर कर्मचारी कई बार आपराधिक प्रवृत्ति के होते हैं और सरकार उनका पुलिस सत्यापन सुनिश्चित कराए।