Edited By Yaspal,Updated: 19 Nov, 2019 06:45 PM
संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को लोकसभा में जारी प्रदूषण पर चर्चा के दौरान भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने प्रदूषण की स्थिति पर केजरीवाल की जमकर....
नेशनल डेस्कः संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को लोकसभा में जारी प्रदूषण पर चर्चा के दौरान भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने प्रदूषण की स्थिति पर केजरीवाल की जमकर आलोचना की। भाजपा सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली के सीएम अपने आप में प्रदूषण हैं।
प्रवेश वर्मा ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री देश में अकेले ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिनके पास कोई विभाग नहीं है। उन्होंने कोई विभाग अपने पास नहीं रखा क्योंकि भ्रष्टाचार की जांच होने पर वह खुद जेल नहीं जाएंगे बल्कि उनके मंत्री जेल जाएंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री विज्ञापन पर 600 करोड़ रुपए खर्च करके पराली-पराली चिल्ली रहे हैं। प्रदूषण के लिए वह अपनी जिम्मेदारी से हटकर, पंजाब और उत्तर प्रदेश को जिम्मेदारी ठहरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अपने आप में सबसे बड़े प्रदूषण हैं।
दिल्ली के सीएम पर उन्होंने आड-ईवन के विज्ञापन पर 70 करोड़ रुपये खर्च करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रदूषण के लिए जो सबसे बड़ा कारण है वह हैं गाड़ियां उसके बाद कंस्ट्रक्शन से निकलने वाली धूल। प्रदूषण आज एक खतरनाक बीमारी बन गया है। अस्पतालों में जाकर देखने पर पता चलता है कि 30-35 साल के लोग कैंसर से पीड़ित हैं।
लोकसभा में चर्चा के दौरान प्रवेश वर्मा के निशाने पर दिल्ली के सीएम और उनकी सरकार ही रही। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने पिछले पांच साल में एक भी बस नहीं खरीदी। पैसा अपने विज्ञापनों पर खर्च करती रही। सरकार परिवहन व्यवस्था ठीक नहीं कर पाई। लोगों ने टू व्हीलर खरीदे। सभी सड़कों पर जाम लगा रहता है।
शीला दीक्षित की तारीफ की
प्रवेश वर्मा ने कहा कि दिल्ली के सीएम अपनी पहल पर एक भी सड़क निर्माण नहीं कर पाए। शीला दीक्षित की सरकार जो सड़क, फ्लाईओवर बनाकर गईं, आज की सरकार उन्हें भी पूरा नहीं करवा पाई। उन्होंने आगे कहा कि पंजाब में उन इलाकों में पराली जलाई जा रही है जहां 24 में से 19 विधायक चुनकर आए हैं और ये दिल्ली में जनता के पैसों से विज्ञापन कर रहे हैं। ये प्रदूषण का बड़ा कारण है।