Edited By Yaspal,Updated: 18 Oct, 2018 07:28 PM
#MeToo कैंपेन के तहत यौन शोषण के आरोपों में फंसे विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। करीब 20 महिला पत्रकारों ने...
नेशनल डेस्कः #MeToo कैंपेन के तहत यौन शोषण के आरोपों में फंसे विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। करीब 20 महिला पत्रकारों ने उन पर छेड़खानी के आरोप लगाया है। अकबर के इस्तीफे का विपक्ष लगातार दबाव बना रहा था और बीजेपी इस मुद्दे पर बैकफुट पर थी। अब इस मामले में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमन्यम स्वामी ने अकबर पर तंज कसा है।
स्वामी ने कहा कि एक व्यक्ति के रूप में कह सकता हूं कि मैं कभी मेरे खिलाफ दायर मानहानि के मुकदमें नहीं हारा। असल मायमों में जब शिकायत क्रॉस एक्जामिन होना शुरू होता है। वही असली मानहानि होता है। उन्होंने कहा, सार्वजनिक पदों पर रहने वालों को मानहानि का केस नहीं करना चाहिए। जब तक मानहानि अपमानजनक रूप से और व्यापक रूप से झूठा नहीं माना जाता है।
बता दें कि पिछले दिनों स्वामी ने भी अकबर पर लगे आरोपों को लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री ने अकबर को नियुक्त किया है। उन्हें हटाने का फैसला भी वही ले सकते हैं। वह सभी मंत्रियों के प्रभारी हैं, वही सब तय करेंगे। बता दें कि #MeToo कैंपेन के तहत करीब 20 महिलाओं द्वारा यौन शोषण के आरोंपो के बाद बढ़ते दबाव के चलते अकबर को इस्तीफा देना पड़ा था। अकबर ने सबसे पहले आरोप लगाने वाली पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ मानहानि का केस किया किया है। केस लड़ने के लिे उन्होंने 97 वकीलों की फौज खड़ी की है।