Edited By Anil dev,Updated: 09 Jan, 2019 11:58 AM
भाजपा को 2019 में दोबारा सत्ता में वापस लाना है तो नरेन्द्र मोदी तथा अमित शाह से उसे निजात पाना होगा। ऐसी आवाजें अब भाजपा व संघ के खेमों से भी उठने लगी हैं। प्रधानमंत्री पद के लिए मोदी के विकल्प के रूप में नितिन गडकरी का नाम लिया जा रहा है।
नई दिल्ली (नवोदय टाइमस): भाजपा को 2019 में दोबारा सत्ता में वापस लाना है तो नरेन्द्र मोदी तथा अमित शाह से उसे निजात पाना होगा। ऐसी आवाजें अब भाजपा व संघ के खेमों से भी उठने लगी हैं। प्रधानमंत्री पद के लिए मोदी के विकल्प के रूप में नितिन गडकरी का नाम लिया जा रहा है। गडकरी न केवल भाजपा में बल्कि विपक्ष में स्वीकार्य नेता माने जाते हैं। आगामी आम चुनाव में यदि खंडित जनादेश आता है तो भाजपा व संघ मोदी के बजाय नितिन गड़करी ही प्रधानमंत्री पद के लिए पेश कर सकती है। वे क्षेत्रीय दलों में मोदी की तुलना में आसानी से स्वीकार्य होंगे।
क्या हो सकती है रणनीति
- अमित शाह की जगह शिवराज सिंह चौहान को पार्टी अध्यक्ष नियुक्त किया जाए।
- राजनाथ सिंह को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाने का सुझाव
- नितिन गडकरी को अभी उप प्रधानमंत्री बनाने तथा अगले चुनाव में प्रधानमंत्री के पेश किया जाए।
क्लब 160 की पहली पसंद
- पिछले चुनाव में चर्चा-ए-आम था कि यदि भाजपा को 160 सीटें मिली तो मोदी की पीएम पद की दावेदारी नहीं मानी जाएगी।
- अब फिर से मोदी की गिरती लोकप्रियता के चलते 160 क्लब सक्रिय है। और प्रधानमंत्री पद के लिए उसकी पहली पसंद हैं नितिन गडकरी।
वे बातें जो गड़करी पक्ष में जाती हैं
- क्षेत्रीय पार्टियों में मोदी से ज्यादा पसंद किये जाते हैं। पूर्ण बहुमत नहीं आने पर वे एनडीए के सहयोगी व अन्य क्षेत्रीय दलों में होंगे ज्यादा स्वीकार्य।
- संघ के चहेते गड़करी को संगठन की ओर से तभी समर्थन हासिल होगा जब नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता का ग्राफ नीचे होगा। यही कारण है कि संघ भाजपा के पूर्ण बहुमत में आने को लेकर बहुत इच्छुक नहीं दिख रही है।
- महाराष्ट्र फैक्टर: अभी तक महाराष्ट्र से कोई प्रधानमंत्री नहीं बना है। मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडऩवीस का दावा यहां से कोई पीएम बना तो 2050 तक भाजपा देश में करेगी राज।
- आज लोग भ्रष्टाचार की तुलना में रोजगार को महत्व देना चाहते हैं। गड़करी की बिजनेस घरानों से बेहतर संबंध हैं तथा वे मोदी की तुलना में प्रभावी तरीके से माहौल बना कर सकते हंैं।
- भाजपा में मोदी की अलोकतांत्रिक फैसलों से नाराज नेता भी गड़करी को प्रधानमंत्री बनाए जाने के फैसले का करेंगे स्वागत।