Edited By Seema Sharma,Updated: 11 Aug, 2019 11:54 AM
कांग्रेस की सर्वोच्च नीति निर्धारिक संस्था कार्य समिति ने सोनिया गांधी को पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष बनाया है। लगभग 12 घंटों तक चली बैठक में लंबी माथापच्ची और गहन चर्चा के बाद सोनिया गांधी को फिर से पार्टी की कामन सौंपी गई
नई दिल्ली: कांग्रेस की सर्वोच्च नीति निर्धारिक संस्था कार्य समिति ने सोनिया गांधी को पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष बनाया है। लगभग 12 घंटों तक चली बैठक में लंबी माथापच्ची और गहन चर्चा के बाद सोनिया गांधी को फिर से पार्टी की कामन सौंपी गई और उन्होंने भी इस जिम्मेदारी को स्वीकार किया। भाजपा ने सोनिया गांधी को कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त किए जाने संबंधीपर्टी कार्यसमिति के निर्णय पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह आश्चर्य की बात नहीं है और यह दर्शाता है कि कांग्रेस में विकल्प समाप्त हो गए हैं। भाजपा के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक 7 सेकंड का वीडियो शेयर किया है जिसके जरिए उन्होंने अपना रिएक्शन दिया।
वीडियो में 2017 में आई फिल्म 'इंदु सरकार' का एक डॉयलाग शेयर किया, इसमें पार्टी को नेहरू-गांधी परिवार के बीच सिमटे रहने को लेकर निशाना साधा गया है। वहीं मालवीय ने कहा कि यह नहीं भूलना चाहिए कि 2014 में कांग्रेस की बहुत बुरी हालत हुई थी। उन्होंने कहा कि यह भूला नहीं गया है कि सोनिया गांधी 19 साल तक कांग्रेस की अध्यक्ष रहीं और उनके नेतृत्व में कांग्रेस की स्थिति बहुत दयनीय हो गई। उनकी फिर वापसी से वास्तव में लग रहा है कि कांग्रेस में विकल्प समाप्त हो गए हैं। एक अन्य भाजपा नेता शाइना एनसी ने कहा कि यह पूरी तरह से कांग्रेस का अंदरुनी मामला है और इस फैसले से लगता है कि विपक्षी पार्टी एक परिवार से परे नहीं सोच सकती।
बता दें कि कांग्रेस कार्य समिति की शनिवार को दो बार हुई बैठक के बाद पार्टी महासचिव के सी वेणुगोपाल तथा मीडिया प्रभारी रणदीपसिंह सुरजेवाला ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि कार्य समिति की पहले सुबह बैठक हुई थी जिसमें राहुल गांधी से अध्यक्ष पद पर बने रहने का सर्वसम्मति से अनुरोध किया गया था, लेकिन वह अपने इस्तीफे पर कायम रहे। इसके बाद रात 8 बजे दूसरी बैठक हुई जिसमें सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया। उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दिया था। राहुल कांग्रेस के 16 दिसंबर 2017 को अध्यक्ष बने थे। राहुल ने सोनिया गांधी से पार्टी की कमान संभाली थी। सोनिया गांधी 1998 से लगातार पार्टी की अध्यक्ष थीं।