Edited By Seema Sharma,Updated: 20 Feb, 2020 02:02 PM
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के दिल्ली अध्यक्ष मनोज तिवारी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था। इस वीडियो में मनोज तिवारी हरियाणवी और अंग्रेजी बोलते हुए नजर आ रहे थे। बता दें कि इस वीडियो को किसी और ने नहीं बल्कि खुद भाजपा ने वायरल...
नेशनल डेस्कः दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के दिल्ली अध्यक्ष मनोज तिवारी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था। इस वीडियो में मनोज तिवारी हरियाणवी और अंग्रेजी बोलते हुए नजर आ रहे थे। बता दें कि इस वीडियो को किसी और ने नहीं बल्कि खुद भाजपा ने वायरल किया था। दरअसल इन वीडियो पर अब भाजपा की तरफ से बयान आया है कि यह सिर्फ एक प्रयोग था। भाजपा ने कहा कि उनकी टीम ने अपने व्हाट्सऐप ग्रुप (Whatsapp group) पर एक टेस्टिंग की थी।
मीडिया से बात करते हुए, दिल्ली भाजपा आईटी सेल और सोशल-मीडिया सह प्रभारी नीलकांत बख्शी ने कहा कि इस वीडियो को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी (Deepfake uses AI) का यूज कर बनाया था और दिल्ली-एनसीआर में इसकी टेस्टिंग करते हुए इस वीडियो को करीब 5800 Whatsapp groups पर भेजा गया था। जो लगभग डेढ़ करोड़ लोगों तक पहुंच गया। आईटी सेल सह प्रभारी ने कहा कि हमने अपने सोशल मीडिया अभियान के लिए इस तकनीक का उपयोग नहीं किया।
मनोज तिवारी के भाषण का हरियाणवी संस्करण एक प्रस्तुति के दौरान सामने आया था। हमने केवल एक बार व्हाट्सऐप पर इसका परीक्षण किया और यह वायरल हो गया हालांकि यह सोशल मीडिया या कहीं और हमारे अभियान का हिस्सा नहीं था। नीलकांत बख्शी ने कहा कि हमारे पास कई एजेंसियां आती हैं और अपने उत्पादों के बारे में बताती हैं या दिखाती हैं। उन्होंने कहा कि हमने डीपफेक तकनीक का इस्तेमाल करके इस तरह के वीडियो बनाने के लिए किसी एजेंसी के साथ करार किया है। हमने सिर्फ एक डेमो किया था और इसे अपने आंतरिक ग्रुपों में फॉरवर्ड किया था। बख्शी ने कहा कि हमारी टीम का एक सदस्य हरियाणवी भाषा में तिवारी जी के एक वीडियो को लेकर आया था। बाद में हमने इस वीडियो को अंग्रेजी भाषा में बनाने को कहा तो टीम ने उसमें भी अपना डेमो दिया। उन्होंने कहा कि मैं खुद इस वीडियो बनाने वाली कंपनी से नहीं मिला हूं।