जालंधर (नरेश कुमार): 3 राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजों से सकते में आई भाजपा को अब लोकसभा चुनाव के लिए एक लिहाज से नई रणनीति तैयार करनी पड़ेगी। पार्टी के शीर्ष नेता इस हार के कारणों के मंथन के साथ-साथ लोकसभा चुनाव की बड़ी लड़ाई की रणनीति बनाने में जुट गए हैं और जमीनी स्तर पर हार के कारणों का पता लगाने का काम शुरू हो गया है ताकि लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी को ऐसे नतीजे न देखने पड़ें। इसके लिए राजनीतिक गठबंधन के अलावा सामाजिक और आर्थिक फैसलों को लेकर सहमति बनाए जाने की तैयारी है। संगठन के तौर पर तैयारी 3 राज्यों के चुनाव परिणाम से साफ है कि भाजपा के संगठन में कहीं न कहीं कमी रही है। बूथ स्तर पर वोटरों पर काम करने वाले भाजपा के पन्ना प्रमुख वोटरों को बूथ तक नहीं ले जा पाए। भाजपा लोकसभा चुनाव में संगठन पर जोरदार काम करेगी। भाजपा के सामने चुनौतियां
भाजपा क्या करेगी