Edited By Anil dev,Updated: 31 Aug, 2019 12:26 PM
भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने नई आर्थिक नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि यदि नई आर्थिक नीति जल्द लागू नहीं की गई तो भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच सकता है।
नई दिल्ली: भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने नई आर्थिक नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि यदि नई आर्थिक नीति जल्द लागू नहीं की गई तो भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच सकता है।
स्वामी ने ट्विटर पर कहा, यदि कोई नई आर्थिक नीति आने वाली नहीं है, तो 5 ट्रिलियन को अलविदा कहने के लिए तैयार हो जाओ। न तो अकेला साहस या केवल ज्ञान अर्थव्यवस्था को क्रैश होने से बचा सकता है। इसे दोनों की जरूरत है। आज हमारे पास कुछ नहीं है। उनका यह बयान ऐसे समय पर आया है जब एक दिन पहले ही 2019-20 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी की वृद्धि दर घटकर 5 प्रतिशत रह गई है। यह पिछले छह सालों में सबसे कम है।
सरकार को बड़ा झटका
अर्थव्यवस्था में सुस्ती की समस्या से जूझ रही केन्द्र सरकार को आर्थिक विकास दर के मोर्चे पर भी झटका लगा है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में देश की आॢथक विकास दर (जी.डी.पी.) घटकर महज 5 प्रतिशत रह गई है जो साढ़े 6 वर्षों का निचला स्तर है। पिछले वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में जी.डी.पी. 5.8 प्रतिशत रही थी। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। वित्त वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही में देश की अर्थव्यवस्था साल-दर-साल आधार पर महज 5 प्रतिशत की दर से आगे बढ़ी है। विकास दर का यह आंकड़ा बाजार की 5.7 प्रतिशत की उम्मीद से काफी कम है। साल 2013 के बाद जी.डी.पी. ग्रोथ का यह सबसे बुरा दौर है।