Edited By Pardeep,Updated: 11 Jan, 2021 05:13 AM
महाराष्ट्र के भंडारा जिले के सरकारी अस्पताल में शनिवार तड़के बच्चों के वार्ड में आग लगने की वजह से 10 नवजात शिशुओं की दम घुटने से मौत हो गई। यह आग संदिग्ध तौर पर बिजली के शॉर्ट-सर्किट के कारण लगी थी। घटना के बाद लोगों का
मुंबईः महाराष्ट्र के भंडारा जिले के सरकारी अस्पताल में शनिवार तड़के बच्चों के वार्ड में आग लगने की वजह से 10 नवजात शिशुओं की दम घुटने से मौत हो गई। यह आग संदिग्ध तौर पर बिजली के शॉर्ट-सर्किट के कारण लगी थी। घटना के बाद लोगों का विरोध हो रहा है कि हादसा अस्पताल की लापरवाही की वजह से हुआ हैं। इसलिए अस्पताल प्रशासन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। इस बीच बीजेपी राज्य सरकार से इस पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग को लेकर सोमवार यानी आज भंडारा जिले को बंद बुलाया है। बीजेपी सांसद सुनील मुड़े की तरफ से इसके बारे में जानकारी भी गई दी हैं।
वहीं लोगों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए घटना के एक दिन बाद रविवार को सीएम उद्धव ठाकरे ने भंडारा जिला पहुंचकर अस्पताल में आग लगने से जान गंवाने वाले नवजात शिशुओं के परिजन से मुलाकात की। परिजनों से मिलने के बाद सीएम ठाकरे ने कहा, ''यह बेहद दुखद घटना थी, मेरे पास उनके साथ दुख साझा करने के लिए शब्द नहीं है, क्योंकि जिनकी जान चली गई है, उन्हें वापस नहीं लाया जा सकता। मैं भंडारा जिला अस्पताल जहां आग लगी थी, वहां का भी दौरा किया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य के सभी अस्पतालों का सुरक्षा ऑडिट करने का आदेश दिया गया है।