Edited By Yaspal,Updated: 04 Nov, 2019 09:34 PM
अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले से पहले भाजपा ने सोमवार को पार्टी कार्यकर्ताओं और प्रवक्ताओं से राम मंदिर मामले में भावनात्मक और भड़काऊ बयान देने से बचने को कहा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भी कुछ दिन पहले अपने प्रचारकों को
नई दिल्लीः अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले से पहले भाजपा ने सोमवार को पार्टी कार्यकर्ताओं और प्रवक्ताओं से राम मंदिर मामले में भावनात्मक और भड़काऊ बयान देने से बचने को कहा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भी कुछ दिन पहले अपने प्रचारकों को इसी तरह का परामर्श जारी किया था।
सूत्रों के अनुसार भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने पार्टी प्रवक्ताओं, देशभर के मीडिया और सोशल मीडिया विभागों की बैठक में उनसे राम मंदिर के विषय पर अनावश्यक बयान देने से बचने को कहा।
भाजपा की सोशल मीडिया इकाई के प्रमुख अमित मालवीय ने भी पार्टी की सोशल मीडिया टीमों को इस बारे में जानकारी दी कि इस तरह के मंचों पर विवादास्पद बयान देने से कैसे बचें। संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने हाल ही में प्रचारकों की बैठक में कहा था कि राम मंदिर फैसला पक्ष में आने पर विजय उत्सव नहीं मनाया जाए या जुलूस नहीं निकाले जाएं।