Edited By vasudha,Updated: 17 Oct, 2018 06:45 PM
पूर्व केन्द्रीय मंत्री जसवंत सिंह के पुत्र एवं भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के विधायक मानवेन्द्र सिंह के कांग्रेस में शामिल होने से पश्चिम राजस्थान में भाजपा को आगामी विधानसभा चुनाव में काफी मशक्कत करनी पड़ेगी...
नेशनल डेस्क: पूर्व केन्द्रीय मंत्री जसवंत सिंह के पुत्र एवं भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के विधायक मानवेन्द्र सिंह के कांग्रेस में शामिल होने से पश्चिम राजस्थान में भाजपा को आगामी विधानसभा चुनाव में काफी मशक्कत करनी पड़ेगी। पिछले लोकसभा चुनाव में अपने पिता जसवंत सिंह को टिकट नहीं दिये जाने से आहत चल रहे सिंह ने उस समय भाजपा को झटका दिया है जब पार्टी को चुनाव में मजबूत नेताओं की जरुरत है।
जसवंत सिंह का राजपूत समाज में रहा दबदबा
बाड़मेर से दो बार सांसद रहे जसवंत सिंह का राजपूत समाज में काफी दबदबा रहा है तथा मानवेन्द्र पहली बार विधान सभा चुनाव में उतरे और शिव विधान सभा क्षेत्र से जीत हासिल की। इसके बाद पार्टी से उनकी नाराजगी चलती रही लेकिन पार्टी उन्हें निकालने की हिम्मत नहीं जुटा पायी। निर्दलीय उम्मीदवार के रुप में उनके पिता की हार से और अधिक आहत हुये सिंह को मंत्रिमंडल में शामिल करने की चर्चायें चलती रही लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
मानवेन्द्र पत्नी को लड़ायेंगे चुनाव
इस बीच सिंह पार्टी से अलग राह पर चल पड़े तथा पिछले माह स्वाभिमान रैली आयोजित कर पार्टी को छोडऩे का संकेत दे दिया था। इस क्षेत्र में कर्नल सोनाराम के भाजपा में शामिल होने से कांग्रेस काफी कमजोर हो गयी थी। लोकसभा चुनाव में जसवंत सिंह चार लाख वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे जबकि कांग्रेस का उम्मीदवार हरीश चौधरी तीसरे स्थान पर रहा। अभी यह माना जा रहा है कि मानवेन्द्र विधान सभा का चुनाव स्वयं नहीं लड़कर पत्नी को लड़ायेंगे तथा बाद में लोकसभा चुनाव में अपना भाग्य आजमायेंगे।