Edited By Seema Sharma,Updated: 23 Oct, 2020 12:31 PM
जम्मू-कश्मीर पर पाकिस्तानी हमले की 73वीं बरसी पर गुरुवार को काठमांडू, टोक्यो, ढाका, हेग और क्वालालंपुर, पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (PoK) समेत दुनिया के कई शहरों में ब्लैक डे (Black Day) मनाया गया। इस दौरान लोगों ने पाकिस्तानी सेना की बर्बर...
नेशनल डेस्कः जम्मू-कश्मीर पर पाकिस्तानी हमले की 73वीं बरसी पर गुरुवार को काठमांडू, टोक्यो, ढाका, हेग और क्वालालंपुर, पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (PoK) समेत दुनिया के कई शहरों में ब्लैक डे (Black Day) मनाया गया। इस दौरान लोगों ने पाकिस्तानी सेना की बर्बर कार्रवाई के विरोध में कई शहरों में प्रदर्शन भी किया। लोगों ने पाकिस्तान के खिलाफ पदयात्रा भी निकाली और काले झंडे लहराए। लोगों ने विरोध जताने के लिए शहरों में होर्डिग और पोस्टर लगाए, जिनमें पाकिस्तान से कश्मीर पर अवैध कब्जा खत्म करने और जान-माल के नुकसान पहुंचाने के लिए मुआवजा की मांग की।
बता दें कि 22 अक्तूबर, 1947 को पाकिस्तान ने कश्मीर पर हमला किया था जिस दौरान बड़े पैमाने पर लूट और बर्बरता हुई थी। हजारों पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को निर्दयता से मार डाला गया था। 26 अक्तूबर, 1947 को तत्कालीन डोगरा शासक महाराजा हरि सिंह ने भारत के साथ विलय के समझौते पर हस्ताक्षर किए थे जिसके बाद भारतीय सैनिकों को कबायली आक्रमणकारियों को पीछे धकेलने के लिए श्रीनगर पहुंचाया गया था। गुरुवार को इस हमले की 73वीं बरसी थी। जिसे दुनियाभर के लोगों ने काले दिवस के रूप में मनाया। जम्मू-कश्मीर पर हमले की 73वीं बरसी पर दो दिवसीय संगोष्ठी और एक प्रदर्शनी भी शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआइसीसी) श्रीनगर का भी आयोजन होगा जिसमें ऑपरेशन गुलमर्ग की हकीकत और कश्मीर के भारत में विलय की पूरी कहानी बयां की जाएगी।
इतना ही नहीं जम्मू-कश्मीर में अलग-अलग सेमिनार व रैलियां भी होंगी जो 22 अक्तूबर,1947 के काले को दुनिया के सामने रखेगा। अधिकारी ने कहा कि एक संग्रहालय या एक प्रदर्शनी 22 अक्टूबर, 1947 के ऐतिहासिक कथा का दस्तावेजीकरण करने और जीवंत करने का एक मंच बनेगा। अधिकारी ने कहा, ‘‘आक्रमणकारियों की हिंसा और अत्याचार को याद करना और इस चुनौती पर काबू पाने में दिखाई गई वीरता उन लोगों के लिए एक श्रद्धांजलि होगी जिन्होंने स्वतंत्र भारत की पहली लड़ाई में अपना जीवन न्योछावर किया था। यह प्रदर्शनी या स्मारक अपने तरह का पहला होगा।