Edited By Seema Sharma,Updated: 13 May, 2021 10:02 AM
कोरोना से ठीक हुए लोगों के लिए अब ब्लैक फंगस या म्यूकोरमाइकोसिस खतरा बनता जा रहा है। अहमदाबाद में ब्लैक फंगस के 86 नए केस सामने आए हैं जबकि 200 का इलाज चल रहा है। इसके अलावा हरियाणा में भी ब्लैक फंगस के दो नए मरीज आए हैं। वहीं मेरठ, कानपुर और...
नेशनल डेस्क: कोरोना से ठीक हुए लोगों के लिए अब ब्लैक फंगस या म्यूकोरमाइकोसिस खतरा बनता जा रहा है। अहमदाबाद में ब्लैक फंगस के 86 नए केस सामने आए हैं जबकि 200 का इलाज चल रहा है। इसके अलावा हरियाणा में भी ब्लैक फंगस के दो नए मरीज आए हैं। वहीं मेरठ, कानपुर और वाराणसी के बाद अब उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में भी एक केस सामने आया है। डॉक्टरों ने युवक को दिल्ली अस्पताल में इलाज के लिए भेजा है। वहीं छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में भी ब्लैक फंगस के मामले सामने आए हैं।
महाराष्ट्र के ठाणे जिला में म्यूकोरमायकोसिस के संक्रमण से दो लोगों की मौत हो गई। ठाणे में 6 मरीजों का इलाज अभी चल रहा है। ब्लैक फंगस कोरोना से ठीक हुए मरीजों के बीच तेजी से फैल रहा है। यह इतना खतरनाक है कि मरीज के आंखों की रोशनी तक जा सकती है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार साइनस की परेशानी, नाक का बंद हो जाना, दांतों का अचानक टूटना, आधा चेहरा सुन्न पड़ जाना, नाक से काले रंग का पानी निकलना या खून बहना, आंखों में सूजन, धुंधलापन, सीने में दर्द उठना, सांस लेने में समस्या होना एवं बुखार होना म्यूकरमाइकोसिस के लक्षण हैं। कई मामले तो ऐसे आए कि मरीज की आंखों की रोशनी चली गई।