Edited By Seema Sharma,Updated: 10 Dec, 2020 03:36 PM
मोदी सरकार ने देश में कोरोना वैक्सीन के वितरण को लेकर अभी से कमर कस ली है। वैज्ञानिकों के मुताबिक कोरोना वैक्सीन इसी महीने के आखिर में या फिर साल 2021 में जनवरी-फरवरी तक आ सकती है। वैक्सीन को लेकर कोई चूक न हो और यह देश के हर नागरिक तक पहुंचे, इसके...
नेशनल डेस्क: मोदी सरकार ने देश में कोरोना वैक्सीन के वितरण को लेकर अभी से कमर कस ली है। वैज्ञानिकों के मुताबिक कोरोना वैक्सीन इसी महीने के आखिर में या फिर साल 2021 में जनवरी-फरवरी तक आ सकती है। वैक्सीन को लेकर कोई चूक न हो और यह देश के हर नागरिक तक पहुंचे, इसके लिए केंद्र सरकार ने राज्य सरकार की टीमों के साथ मिलकर काम करना शुरू कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक कोरोना वैक्सीन के वितरण को लेकर सरकार ने ब्लू प्रिंट तैयार किया है। वैक्सीन के वितरण पर सरकार चुनाव आयोग की मदद ले सकती है। दरअसल चुनाव आयोग की पकड़ पूरे देश में हर एक कोने और हर एक इंसान तक है। साथ ही चुनाव आयोग के पास हर नागरिक की जानकारी है।
सरकार का प्लान
केंद्र सरकार देश में अलग-अलग उम्र के लोगों को फेज के अनुसार, वैक्सीन देने पर विचार कर रही है। ऐसे में चुनाव आयोग के पास अधिकतर लोगों की उम्र की सटीक जानकारी है। इसलिए सरकार चुनाव आयोग की मदद से वैक्सीन बांटने का काम करेगी। सरकार कई बार कह चुकी है कि वैक्सीन सबसे पहले फ्रंटलाइन पर काम कर रहे सुरक्षाकर्मियों, मरीजों, बुजुर्गों को दी जाएगी। उसके बाद युवाओं को। बच्चों को वैक्सीन काफी बाद में दी जाएगी। इतना ही नहीं सरकार इस काम में बूथ लेवल ऑफिसर्स (BLO) की भी मदद ले सकती है। इससे घर-घर तक वैक्सीन पहुंचाने में मदद मिलेगी। हालांकि सरकार अभी इस पर खुल कर चुनाव आयोग से चर्चा करेगी और उसके बाद आगे की रणनीति बनाएगी।
राज्य सरकारों से मांगे सुझाव
पिछले दिनों हुई बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों से वैक्सीन के वितरण को लेकर सुझाव मांगे थे। पीएम मोदी ने कहा था कि आप लोग लिखित में सुझाव भेजिए, सरकार उस पर विचार करेगी। साथ ही पीएम मोदी ने कहा था कि केंद्र और राज्यों को वैक्सीन वितरण पर मिलकर काम करना होगा।