Edited By vasudha,Updated: 03 Aug, 2019 03:38 PM
इस साल राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार पाने वाले सीतू मलिक (16) की शुक्रवार शाम ओडिशा के केंद्रपाड़ा में सड़क हादसे में मौत हो गई। सीतू ने बहादुरी दिखाते हुए पिछले साल अपने चाचा को मगरमच्छ के जबड़े से बचाया था...
केंद्रपाड़ा / भुवनेश्वर: इस साल राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार पाने वाले सीतू मलिक (16) की शुक्रवार शाम ओडिशा के केंद्रपाड़ा में सड़क हादसे में मौत हो गई। सीतू ने बहादुरी दिखाते हुए पिछले साल अपने चाचा को मगरमच्छ के जबड़े से बचाया था।
पुलिस ने शनिवार को बताया कि सीतू मलिक को इस साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया था। उसे भारतीय बाल कल्याण परिषद का पुरस्कार मिला था। शुक्रवार शाम राजनगर इलाके में जरीमुला के पास सड़क हादसे में सीतू और उसके चचेरे भाई बापू मलिक की मौत हो गयी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि तेज गति से आ रहे ट्रक ने बाइक पर जा रहे दोनों भाइयों को कुचल दिया।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने हादसे में सीतू और उसके चचेरे भाई की मौत पर शोक जताते हुए परिजनों को दो लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की है। सीतू ने बहादुरी दिखाते हुए मगरमच्छ से अपने चाचा बिनोद मलिक को बचाया था। यह घटना पिछले साल फरवरी में हुई थी। तालाब से बाहर आए एक मगरमच्छ ने सीतू के चाचा को जकड़ लिया था। मगरमच्छ को देखकर सीतू ने एक लाठी से ताबड़तोड़ उस पर वार किया। इससे घबराकर मगरमछ वापस तलाब में चला गया।