Edited By Hitesh,Updated: 09 May, 2021 03:08 PM
भारत इस समय कोरोना वायरस की दूसरी लहर की चपेट में है। इस संकट के समय में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो आपदा में अवसर को तलाश रहे हैं। पहले ही लोग कोरोना वयरस जैसी घातक बीमारी से जूझ रहे हैं और उपर से स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर उनसे लोग रिश्वत भी ले रहे...
नेशनल डेस्क: भारत इस समय कोरोना वायरस की दूसरी लहर की चपेट में है। इस संकट के समय में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो आपदा में अवसर को तलाश रहे हैं। पहले ही लोग कोरोना वयरस जैसी घातक बीमारी से जूझ रहे हैं और उपर से स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर उनसे लोग रिश्वत भी ले रहे हैं। ताजा रिश्वतखोरी का मामला राजस्थान के जयपुर से आया है, जहां एक निजी अस्पताल के पुरुष नर्स ने आईसीयू बेड की व्यवस्था करने के लिए पीड़ित परिवार से 1.30 लाख की रिश्वत की मांग की। पीड़ित परिवार के पास पूरे पैसे नहीं थे तो आरोपी ने उन्हें रकम की किस्त बांधने को कहा। इस बात की जानकारी मिलते ही राज्य के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने पुरुष नर्स को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। इसकी गिरफ्तारी शनिवार (8 मई) को की गई है और इस आरोपी की पहचान अशोक कुमार गुर्जर के रूप में हुई है जोकि जयपुर के मेट्रो मास अस्पताल में एक नर्स के रूप में काम कर रहा था।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी), एसीबी, बीएल सोनी के अनुसार, इस आरोपी ने बैड और अन्य सुविधाओं की व्यवस्था के लिए कोविड मरीज के परिवार से 1.30 लाख रुपए की मांग की थी। इसके अलावा यह 95 हजार रुपए पहले भी उनसे ले चुका था। आरोपी को उस दौरान गिरफ्तार किया गया जब वह शिकायतकर्ता से 23 हजार रुपए रिश्वत की किस्त ले रहा था। गुर्जर पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर दिया गया है और उसके घर की तलाशी पुलिस ले रही है।