Edited By ,Updated: 11 Jul, 2016 11:15 PM
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पूर्व प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार से संबंधित भ्रष्टाचार के मामले में ...
नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पूर्व प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार से संबंधित भ्रष्टाचार के मामले में करीब 80 लाख रुपए की कथित घूस की रकम को एक फर्जी ऑर्डर की आड़ में आगरा आधारित प्रकाशक के पास भेजा गया। सीबीआई सूत्रों ने दावा किया कि रतन प्रकाशन मंदिर और रवि ऑफसेट प्रिंटर के यहां तलाशी के दौरान उनको फर्जी गेट पास मिले हैं जिनसे कथित तौर पर गैरमौजूद ऑर्डर को डिस्पैच किए जाने का पता चलता है।
उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि एंडेवर्स सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड (ईएसपीएल) से मिली रकम को किताबों और स्टेशनरी के फर्जी ऑर्डर की आड़ में प्रकाशक के पास भेज दिया गया, जबकि इनकी आपूर्ति नहीं की गई। सूत्रों ने कहा कि प्रकाशक की आेर से कथित तौर गेटपास जारी किया गया ताकि इस लेनदेन को सही ठहराया जा सके। सीबीआई प्रवक्ता आरके गौर ने कहा, ‘‘विशेष अदालत ने सभी सात आरोपियों को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेजा है।’’ मामले में गिरफ्तारी के बाद राजेंद्र कुमार को निलंबित कर दिया गया था।