Edited By shukdev,Updated: 29 Sep, 2018 01:07 AM
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के निवर्तमान महानिदेशक के के शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि बल अवैध शरणार्थियों, अपराधियों और आतंकियों के घुसपैठ को रोकने के लिए पाकिस्तान और बांग्लादेश से लगी देश की सीमा पर संवेदनशील खामियों को दूर करने के मकसद से ‘अचूक’...
नई दिल्ली: सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के निवर्तमान महानिदेशक के के शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि बल अवैध शरणार्थियों, अपराधियों और आतंकियों के घुसपैठ को रोकने के लिए पाकिस्तान और बांग्लादेश से लगी देश की सीमा पर संवेदनशील खामियों को दूर करने के मकसद से ‘अचूक’ स्मार्ट तकनीक उपायों का सहारा ले रहा है। शर्मा ने कहा कि बल म्यामां से बड़ी संख्या में भागकर आए रोङ्क्षहग्या मुस्लिमों के प्रवाह को ‘रोकने’ में सफल रहा है।
उन्होंने कहा, ‘हमने भारत में रोहिंग्याओं के प्रवाह को सफलतापूर्वक रोक दिया। मुझे यह बताने में खुशी हो रही है कि हमने रोहिंग्याओं को भारत आने नहीं दिया।’ शर्मा ने कहा, ‘साथ ही हम जिन दोनों सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं, वहां मौजूद खामियों से निपटने के लिए हम स्मार्ट एवं अचूक तकनीकी उपायों का सहारा ले रहे हैं।’
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कुछ समय पहले जम्मू में भारत-पाक सीमा पर इस तरह के पहले ‘स्मार्ट फेंस (बाड़)’ पायलट परियोजना का उद्घाटन किया था, इस साल के अंत तक असम के धुबरी में भारत-बांग्लादेश सीमा पर इसी तरह की परियोजना शुरू किए जाने की उम्मीद है।’