Edited By Monika Jamwal,Updated: 19 Sep, 2020 03:06 PM
राज्यसभा में शनिवार को बहुजन समाज पार्टी के एक सदस्य ने सरकार से मांग की कि जम्मू कश्मीर में अन्य पिछडा वर्ग और अनुसूचित जाति के लिए आरक्षण बढा कर अन्य राज्यों के समान किया जाए।
नयी दिल्ली: राज्यसभा में शनिवार को बहुजन समाज पार्टी के एक सदस्य ने सरकार से मांग की कि जम्मू कश्मीर में अन्य पिछडा वर्ग और अनुसूचित जाति के लिए आरक्षण बढा कर अन्य राज्यों के समान किया जाए। शून्यकाल में यह मुद्दा उठाते हुए बसपा के राजा राम ने कहा कि जम्मू में अन्य पिछडा वर्ग की आबादी 35 फीसदी है और उन्हें केवल दो फीसदी ही आरक्षण प्राप्त है जबकि अन्य राज्यों में ओबीसी के लिए आरक्षण 15 फीसदी और कहीं 28 फीसदी है।
राजा राम ने कहा कि इसी तरह जम्मू कश्मीर में अनुसूचित जाति के लोगों की आबादी 17 फीसदी है और उन्हें आठ फीसदी आरक्षण मिला है जबकि अन्य राज्यों में उन्हें 15 फीसदी आरक्षण प्राप्त है। बसपा सदस्य ने मांग की कि जम्मू कश्मीर में अन्य पिछडा वर्ग और अनुसूचित जाति के लोगों के लिए आरक्षण बढा कर उतना किया जाए जितना अन्य राज्यों में है। उन्होंने कहा कि पिछले साल पांच अगस्त को जब जम्मू कश्मीर से, उसे विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद ३७० के अधिकतर प्रावधान हटाए गए तब बसपा ने सरकार का साथ दिया था।
राजा राम ने कहा 'तब बसपा ने यह कहते हुए केंद्र का साथ दिया था कि अनुच्छेद 370 की वजह से जम्मू कश्मीर के लोगों को केंद्र की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता। लेकिन आज एक साल से अधिक समय बीत गया, अन्य पिछडा वर्ग और अनुसूचित जाति के लोगों की स्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ है।' सभापति एम वेंकैया नायडू ने इसे महत्वपूर्ण मुद्दा बताते हुए कहा कि गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी इस मुद्दे को देखें और कारण भी पता करें।