Edited By Yaspal,Updated: 28 Apr, 2018 06:45 PM
गुजरात के ऊना के मोटा समाधिया गांव में रहने वाले दलित परिवारों ने हिंदू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म अपनाने का फैसला किया है। इनमें वो लोग भी शामिल हैं जिन लोगों को जुलाई 2016 में कथित तौर पर मरी हुई गाय की खाल उतारने के आरोप में गोरक्षकों ने अर्धनग्न...
नेशनल डेस्कः गुजरात के ऊना के मोटा समाधिया गांव में रहने वाले दलित परिवारों ने हिंदू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म अपनाने का फैसला किया है। इनमें वो लोग भी शामिल हैं जिन लोगों को जुलाई 2016 में कथित तौर पर मरी हुई गाय की खाल उतारने के आरोप में गोरक्षकों ने अर्धनग्न हालत में ऊना में घुमाया था।
सूत्रों के मुताबिक बौद्ध धर्म अपनाने के लिए गाव के लोगों के साथ आस-पास के इलाके के लगभग 300 और दलितों के जुड़ने की संभावना है। इनका कहना है कि दलितों के खिलाफ लगातार अत्याचार हो रहे हैं, उसी कारण ये लोग बौद्ध धर्म अपना रहे हैं।
धर्म परिवर्तन के लिए सबसे पहले जिला प्रशासन से इजाजत लेनी पड़ती है और उसकी अनुमति के बाद ही ऐसा किया जा सकता है। अभी तक जिला प्रशासन को इस संबंध में दलितों की ओर से 300 फार्म मिल चुके हैं। वहीं दलितों का कहना है कि रविवार को बुद्ध पूर्णिमा के दिन मोटा समाधिया गांव में होने वाले इस समारोह में और भी शामिल होंगे। इसके लिए पोरबंदर से बौद्ध भिक्षुओं को बुलाया गया है और साथ ही कई नेताओं को भी इस समारोह में आमंत्रित किया गया है।