Edited By Yaspal,Updated: 03 Mar, 2020 09:25 PM
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को सदन में घोषणा की कि दिल्ली में पिछले दिनों हुई हिंसा के मुद्दे पर होली के बाद सदन में चर्चा होगी। अध्यक्ष ने कहा कि सभी इस बात पर सहमत हुए हैं कि दिल्ली हिंसा पर चर्चा के लिए आसन के निर्णय को स्वीकार किया...
नई दिल्लीः लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को सदन में घोषणा की कि दिल्ली में पिछले दिनों हुई हिंसा के मुद्दे पर होली के बाद सदन में चर्चा होगी। अध्यक्ष ने कहा कि सभी इस बात पर सहमत हुए हैं कि दिल्ली हिंसा पर चर्चा के लिए आसन के निर्णय को स्वीकार किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘देशहित को ध्यान में रखते हुए मैं व्यवस्था देता हूं कि होली के बाद 11 मार्च को इस विषय पर चर्चा होनी चाहिए। होली सौहार्दपूर्ण तरीके से मननी चाहिए। सरकार इस विषय पर चर्चा को तैयार है।'' इस दौरान विपक्ष के सदस्य असंतोष प्रकट करने लगे।
अध्यक्ष बिरला ने कहा कि सदन चर्चा के लिए होता है, वाद-विवाद के लिए नहीं। उन्होंने कहा कि हम सभी होली अच्छी तरह से मनाएं और उसके बाद सौहार्दपूर्ण चर्चा करें। हालांकि कांग्रेस, द्रमुक, तृणमूल कांग्रेस, सपा और वाम दल समेत अन्य विपक्षी दलों के सदस्य दिल्ली हिंसा पर तत्काल चर्चा कराने की मांग पर अड़े रहे और इस मुद्दे पर सोमवार से चल रहा गतिरोध नहीं टूट पाया। इस कारण से सदन की बैठक दो बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई।
सोमवार को भी लोकसभा में विपक्षी सदस्यों ने दिल्ली में पिछले दिनों हुई हिंसा को लेकर गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग करते हुए भारी हंगामा किया और इस दौरान कांग्रेस एवं भाजपा सदस्यों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। हंगामे के कारण सोमवार को सदन की कार्यवाही तीन बार के स्थगन के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई थी।
इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ने सोमवार को सदन में हुई धक्कामुक्की के बाद आज सख्त रूख अपनाते हुए कहा कि सत्तापक्ष हो या विपक्ष कोई भी सदस्य इधर से उधर किसी की सीट पर नहीं जायेगा और इसका उल्लंघन करने वाले को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया जाएगा।
सदन की कार्यवाही ग्यारह बजे शुरू होते ही दिल्ली में हिंसा पर चर्चा कराने की मांग करते हुए विपक्षी सदस्य हंगामा करने लगे तभी बिरला ने कहा कि सोमवार की घटना के बाद सर्वदलीय बैठक में यह निर्णय लिया गया कि सत्ता पक्ष या विपक्ष की ओर से कोई भी सदस्य इधर से उधर नहीं जाएंगे और अब जो भी ऐसा करेगा उसे पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया जाएगा।