कैब विरोध: त्रिपुरा में सेना तैनात की गई, गुवाहाटी में लगा कर्फ्यू

Edited By shukdev,Updated: 11 Dec, 2019 07:41 PM

cab protests army deployed in tripura curfew imposed in guwahati

नागरिकता संशोधन बिल (कैब) को लेकर पूर्वोत्तर में विरोध प्रदर्शन और उग्र होता जा रहा है। प्रदर्शनकारियों ने बुधवार को राजधानी दिसपुर में जनता भवन के नजदीक बसों को आग के हवाले कर दिया। जानकारी के मुताबिक, हिंसक होते प्रदर्शन के मद्देनजर प्रशासन भी...

नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन बिल (कैब) को लेकर पूर्वोत्तर में विरोध प्रदर्शन और उग्र होता जा रहा है। प्रदर्शनकारियों ने बुधवार को राजधानी दिसपुर में जनता भवन के नजदीक बसों को आग के हवाले कर दिया। जानकारी के मुताबिक, हिंसक होते प्रदर्शन के मद्देनजर प्रशासन भी सतर्क हो गया है और प्रदेश के 10 जिलों में बुधवार शाम 7 बजे से इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी गई। वहीं, गुवाहाटी में कानून व्यवस्था को नियंत्रण में रखने के लिए बुधवार शाम 6.15 बजे से गुरुवार सुबह 7 बजे तक के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया।

PunjabKesari
कैब विरोधी प्रदर्शनों के बीच त्रिपुरा में बुधवार को सेना बुला ली गई और असम में सेना की टुकड़ी को तैयार रखा गया है। सेना के एक प्रवक्ता ने शिलांग में बताया कि सेना की एक-एक टुकड़ी को त्रिपुरा के कंचनपुर और मनु में तैनात किया गया है जबकि असम के बोंगाईगांव और डिब्रूगढ़ में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए एक अन्य टुकड़ी को तैयार रहने को कहा गया है। 

PunjabKesari
गुवाहाटी में लगा कर्फ्यू 

नागरिकता (संशोधन) विधेयक को लेकर व्यापक विरोध प्रदर्शन के बीच बिगड़ती कानून व्यवस्था को संभालने के लिए बुधवार को असम के गुवाहाटी में कर्फ्यू लगा दिया गया। असम के पुलिस महानिदेशक भास्कर ज्योति महंत ने बताया कि शाम छह बजकर 15 मिनट पर कर्फ्यू लगाया गया और यह गुरुवार की सुबह सात बजे तक प्रभावी रहेगा। नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी असम की सड़कों पर उतरे। प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ झड़प हुई और इससे राज्य में अराजकता की स्थिति पैदा हो गई। हालांकि किसी पार्टी या छात्र संगठन ने बंद का आह्वान नहीं किया है। 

PunjabKesari
प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर छात्र शामिल हैं जिनकी सुरक्षा बलों के साथ झड़प हुई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया। लोकसभा में सोमवार की रात इस विधेयक को पारित किया गया था जबकि राज्यसभा में आज इस पर चर्चा की जा रही है। नागरिकता संशोधन विधेयक में अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना के कारण 31 दिसंबर 2014 तक भारत आए गैर मुस्लिम शरणार्थी - हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के लोगों को भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन करने का पात्र बनाने का प्रावधान है।
 PunjabKesari

Related Story

India

397/4

50.0

New Zealand

327/10

48.5

India win by 70 runs

RR 7.94
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!