Edited By Tanuja,Updated: 01 Dec, 2024 12:47 PM
कनाडा की विपक्षी पार्टी पीपुल्स पार्टी के संस्थापक मैक्सिम बर्नियर ने प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पर भारत-कनाडा संबंधों में गिरावट के लिए निशाना साधा है। बर्नियर का कहना है कि...
इंटरनेशनल डेस्कः कनाडा की विपक्षी पार्टी पीपुल्स पार्टी के संस्थापक मैक्सिम बर्नियर ने प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पर भारत-कनाडा संबंधों में गिरावट के लिए निशाना साधा है। बर्नियर का कहना है कि ट्रूडो ने खालिस्तानी समर्थकों को कनाडा में शरण देकर उनकी हिंसक गतिविधियों को नजरअंदाज किया। उन्होंने अपनी सरकार बचाने के लिए खालिस्तान समर्थक जगमीत सिंह की पार्टी से समझौता किया, जो अब दोनों देशों के संबंधों पर नकारात्मक असर डाल रहा है। बर्नियर का मानना है कि ट्रूडो के 10 साल के शासन के दौरान खालिस्तानी समर्थकों को कनाडा में आने की अनुमति दी गई।
खालिस्तानी गतिविधियों को रोकने की बजाय इन्हें वोटबैंक के लिए बढ़ावा दिया गया। किसान आंदोलन के दौरान ट्रूडो और अन्य नेताओं के भारत-विरोधी बयान स्थिति को और खराब कर गए। भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने की कोई जरूरत नहीं थी, लेकिन राजनीतिक लाभ के लिए ऐसा किया गया। बर्नियर ने स्पष्ट कहा कि पंजाब भारत का आंतरिक मुद्दा है और इसमें कनाडा को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि खालिस्तान समर्थकों को कनाडा में जगह नहीं मिलनी चाहिए। हरदीप सिंह निज्जर को आतंकवादी घोषित किया जाना चाहिए। निज्जर ने फर्जी दस्तावेज़ों के जरिए कनाडा की नागरिकता हासिल की थी।
बर्नियर का मानना है कि:
- 1. कनाडा को खालिस्तान समर्थकों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाना चाहिए।
- 2. भारत-विरोधी गतिविधियों को सख्ती से रोकना होगा।
- 3. भारत और कनाडा को आतंकवाद के खिलाफ मिलकर काम करना चाहिए।
- 4. हिंसा में शामिल दोषियों को भारत भेजने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।
बर्नियर ने यह भी कहा कि ट्रूडो सरकार ने बिना किसी ठोस सबूत के निज्जर की हत्या के लिए भारतीय राजनयिकों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि भारत के साथ बिगड़ते कूटनीतिक संबंधों के कारण कनाडा को व्यापार और निवेश में भारी नुकसान हो रहा है। भारत एक उभरती हुई वैश्विक शक्ति है और इसकी अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है। दोनों देशों के बीच तनाव से आर्थिक और राजनीतिक सहयोग बाधित हो रहा है। खालिस्तानी समर्थकों के चलते कनाडा को और नुकसान हो सकता है।