Edited By Yaspal,Updated: 06 Apr, 2018 04:59 AM
आईसीआईसीआई बैंक की प्रबंध निदेशक और मुख्यकारी अधिकारी चंदा कोचर के देवर राजीव कोचर को गुरुवार को मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से गिरफ्तार कर लिया गया। वह देश छोड़ते उससे पहले उन्हें हवाई हड्डे पर आव्रजन अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया और सीबीआइ...
नेशनल डेस्कः आईसीआईसीआई बैंक की प्रबंध निदेशक और मुख्यकारी अधिकारी चंदा कोचर के देवर राजीव कोचर को गुरुवार को मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से गिरफ्तार कर लिया गया। वह देश छोड़ते उससे पहले उन्हें हवाई हड्डे पर आव्रजन अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया और सीबीआइ को सौंप दिया। सीबीआइ राजीव कोचर से वीडियोकॉन समूह को बैंक द्वारा दिए गए कर्ज के संबंध में पूछताछ कर रही है।
बता दें कि सीबीआइ ने उनके राजीव चोकर के खिलाफ निकरानी नोटिस जारी किया हुआ है। वह गुरुवार को देश छोड़कर जाने वाले थे, लेकिन मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अधिकारियों ने उन्हें जाने से रोक लिया। सीबीआई ने वीडियोकॉन मामले में आईसीआईसीआई बैंक के कई अधिकारियों से पूछताछ कर चुकी है। आईसीआईसीआई बैंक ने वीडियोकॉन समूह को 2012 में 3250 करोड़ रुपये का कर्ज दिया गया था। सीबीआई इस बात की जांच कर रही है कि इस कर्ज में किसी तरह का लेनदेन तो नहीं हुआ था।
भेजा जा सकता है समन
जांच एजेंसी के मुताबिक वह इस लेनदेन से संबंधित दस्तावेजों की समीक्षा कर रहे हैं और इसमें किसी तरह की कोई गड़बड़ी सामने आती है तो आईसीआईसीआई बैंक की प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी चंदा कोचर, पति दीपक कोचर और अन्य लोगों को पूछताछ के लिए समन भेजा जा सकता है। उन्होंने बताया कि 3250 करोड़ रुपये के ऋण आवेदन की जांच करने वाले नोडल अधिकारियों से पूछताछ हो चुकी है। शुरुआती जांच( पीई) के तहत सभी का बयान दर्ज किया गया है। सीबीआई ने पीई छह सप्ताह पहले दर्ज की थी।
मामले की जांच चंदा कोचर के पति दीपक कोचर तक पहुंची
पीई में वीडियोकॉन समूह के प्रवर्तक वेणुगोपाल धूत, दीपक कोचर और अज्ञात लोगों के नाम शामिल हैं। सीबीआइ किसी आपराधिक मामले की जांच के लिए एफआईआर दर्ज करने से पहले पीई दायर करती है। यह मामला हाल ही में चर्चा में आया है। जांच एजेंसी धूत के न्यूपावर रीन्यूएबल के साथ कथित लेनदेन को लेकर इस मामले की जांच कर रही है। न्यूपावर रीन्यूएबल का गठन दीपक कोचर ने किया था।