Edited By Seema Sharma,Updated: 10 Feb, 2019 03:06 PM
केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सी.बी. आई.) ने शारदा चिट फंड घोटाले में कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से शनिवार को 8 घंटे पूछताछ की। कुमार, उनके वकील विश्वजीत देब और वरिष्ठ आई.पी.एस. अधिकारी जावेद शमीम तथा मुरलीधर शर्मा सुबह 11 बजे जांच एजैंसी के...
शिलांग: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शारदा चिट फंड और रोज वैली घोटाले के सिलसिले में कोलकाता के पुलिस आयुक्त राजीव कुमार से रविवार को यहां दोबारा पूछताछ की। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा की 10 सदस्यीय टीम ने इससे पहले शनिवार को यहां सीबीआई कार्यालय में कुमार से आठ घंटे तक पूछताछ की थी। सीबीआई टीम घोटाले के सिलसिले में कुमार और तृणमूल कांग्रेस सांसद कुणाल घोष से रविवार को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करेगी। कुमार और घोष इस पूछताछ में शामिल होने के लिए आज सुबह यहां ओकलैंड स्थित सीबीआई कार्यालय पहुंचे। सूत्रों के अनुसार कुमार शनिवार को सुबह 10 बजकर 45 मिनट पर सीबीआई कार्यालय पहुंचे जहां सीबीआई टीम ने उनसे पूछताछ की।
कोलकाता पुलिस आयुक्त ने आठ घंटे की पूछताछ में सीबीआई की टीम का सहयोग किया। घोष को शारदा चिट फंड घोटाले के संबंध में 23 नवंबर 2013 को गिरफ्तार भी किया गया था। कलकत्ता हाईकोर्ट ने वर्ष 2016 में दो लाख के निजी मुचलके पर घोष को अंतरिम जमानत दी थी। कुमार के वकील विश्वजीत देव ने संवाददाताओं से कहा कि असहयोग का सवाल ही नहीं पैदा होता है। उन्होंने पहले भी सहयोग किया और अब भी कर रहे हैं। हम यहां सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत मौजूद हैं। शीर्ष अदालत के आदेश के बाद, सीबीआई ने गुरुवार को 10-सदस्यीय जांच टीम गठित की है और कोलकाता के पुलिस आयुक्त को 9 फरवरी को शिलांग में उपस्थित होने के लिए बुलाया था।
शीर्ष अदालत ने मंगलवार को राजीव कुमार को सीबीआई के साथ सहयोग करने का निर्देश दिया। यह आदेश बमुश्किल 48 घंटे के भीतर आया जब सीबीआई की टीम को शहर के पुलिस प्रमुख के आवास में प्रवेश देने से इनकार कर दिया गया था। सीबीआई कर्मियों को शेक्सपियर सरानी थाना में ले जाया गया और उन्हें घंटों हिरासत में रखा गया। कुमार तीन अन्य वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों-अतिरिक्त पुलिस आयुक्त जावेद शमीम, डीसी (एसटीएफ) मुरलीधर शर्मा और सीआईडी प्रमुख प्रवीण त्रिपाठी के साथ शुक्रवार को मिजोरम के पूर्व महाधिवक्ता विस्वजीत देव के साथ यहां पहुंचे थे।