Edited By Yaspal,Updated: 24 Jul, 2018 11:45 PM
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने मंगलवार को राष्ट्रीय पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा (नीट) के लगभग दो लाख आवेदकों के डाटा चोरी के आरोपों को खारिज कर दिया।
नई दिल्लीः केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने मंगलवार को राष्ट्रीय पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा (नीट) के लगभग दो लाख आवेदकों के डाटा चोरी के आरोपों को खारिज कर दिया। सीबीएसई ने यहां एक बयान जारी कर कहा कि नीट-यूजी के कुल 13 लाख 26 हजार 725 आवेदकों के डाटा को अति सुरक्षा मानक वाले एनक्रिप्टेड फॉर्मेट में सुरक्षित रखा गया है जिस एनआईसी( नेशनल इनफार्मेशन सेंटर) कड़ी नजर रखता है।
यहां तक कि आवेदकों द्वारा डाउनलोड किये गये कनफर्मेशन पेज का प्रिंट, पहचान से संबंधी दस्तावेज, मोबाइन नंबर और ईमेल आईडी जैसे महत्वपूर्ण ब्योरे भी एनक्रिप्टेड फॉर्मेट में रहते हैं। बयान के मुताबिक सीबीएसई ने एनआईसी के जरिये जो परीक्षा परिणाम जारी किये हैं, उनमें भी परीक्षार्थियों के मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी अथवा पहचान संबंधी कोई अन्य ब्योरा नहीं दिया जाता है। बोर्ड ने एनआईसी से भी इस मामले में संज्ञान लेने को कहा है।
गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सीबीएसई की अध्यक्ष अनीता करवाल को पत्र लिखकर करीब दो लाख छात्रों का डाटा कथित रूप से चोरी होने पर चिंता जाहिर करते हुये इसकी जांच कराने और यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि भविष्य में इस तरह की स्थिति उत्पन्न न हो।
गांधी ने 20 जुलाई को सीबीएसई अध्यक्ष अनीता करवाल को यह पत्र लिखा था जिसे पार्टी ने मंगलवार को मीडिया के समक्ष जारी किया। मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, सीबीएसई तथा नीट परीक्षा में शामिल होने वाले बच्चों की निजी जानकारियां लीक हुई हैं। खबरों मे बताया गया है कि इन परीक्षाओं में शामिल होने वाले करीब दो लाख बच्चों का नाम, पता, फोन नंबर, ईमेल तथा अन्य सूचनाएं लीक हुई हैं।