Edited By Anil dev,Updated: 10 Feb, 2020 05:42 PM
तीनों सेनाओं के मुखिया और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाकर पेंशन में कटौती करने पर विचार कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत और तीनों सेना के प्रमुखों के बीच इसे लेकर गहनता से बातचीत...
नई दिल्ली: तीनों सेनाओं के मुखिया और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाकर पेंशन में कटौती करने पर विचार कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत और तीनों सेना के प्रमुखों के बीच इसे लेकर गहनता से बातचीत चल रही है। रिपोर्ट के मुताबिक ऐसे सैनिकों की रिटायरमेंट की आयु बढ़ाई जा सकती है, जिन्हें मोर्चे पर तैनाती नहीं दी जाती।
39 से बढ़कर 58 होगी सेवानिवृत्ति की आयु
सेनाध्यक्ष रहे जनरल बिपिन रावत को मेडिकल और अन्य सेवाओं में जुटे सैनिकों की सेवानिवृत्ति की उम्र को बढ़ाने का पक्षधर माना जाता रहा है। उनका मानना रहा है कि ऐसे सैनिकों की रिटायरमेंट की उम्र को 39 से बढ़ाकर 58 किया जाना चाहिए। इससे सेना पर पेंशन का बोझ भी कम होगा और सैनिकों को लंबे समय के लिए रोजगार रहेगा। इसके इलावा हार्डवेयर की खरीद को प्राथमिकता देना और कैंट एरिया में मिलिट्री के घरों के लिए आतंरिक संसाधनों में इजाफे पर भी विचार किया जा सकता है।
पेंशन बिल 1.33 लाख तक पहुंचा
मिलिट्री पेंशन बजट 1.33 लाख करोड़ तक पहुंच गया है। वन रैंक और वन पेंशन (ओआरओपी) के तहत पेंशन में सबको समानता देने के मकसद से इसमें इसके इस वर्ष जून में करीब 7,000 करोड़ तक पहुंचने की संभावना है। साल 2010 में यह 41,000 करोड़ पर था। माना जा रहा है कि जनरल रावत रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाकर पेंशन में कटौती करने के पक्षधर में हैं।