Edited By Pardeep,Updated: 03 Jul, 2020 01:52 AM
भारत-चीन तनाव के बीच कल सीडीएस बिपिन रावत कल लेह के दौरे पर रहेंगे और एलएसी पर हालात का लेंगे जायजा लेंगे। लेह दौरे पर सीडीएस भारत-चीन तनाव के ग्राउंड जीरो तक जाएंगे। इसके अलावा वो लद्दाख
नई दिल्लीः भारत-चीन तनाव के बीच शुक्रवार को सीडीएस बिपिन रावत लेह के दौरे पर रहेंगे और एलएसी पर हालात का लेंगे जायजा लेंगे। लेह दौरे पर सीडीएस भारत-चीन तनाव के ग्राउंड जीरो तक जाएंगे। इसके अलावा वो लद्दाख में तैनात जवानों से भी मुलाकात करेंगे और गलवान के वीरों से मिलने लेह के अस्पताल जाएंगे। इससे पहले गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी लेह दौरे पर जाने वाले थे लेकिन किसी कारण उनका यह दौरा टल गया। बता दें कि इससे पहले सेना प्रमुख नरवणे लेह दौरे पर गए थे, वो सेना की तैयारियों की सीमाक्षा करने पहुंचे थे।
दोनों देशों के बीच पीछे हटने पर बनी सहमति
बता दें कि भारत और चीन के सैनिकों बीच 15 जून की रात गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद से सीमा पर तनाव चरम पर पहुंच गया है। तनाव को कम करने के लिए दोनों पक्षों के बीच बातचीत जारी है। चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स का दावा है कि मंगलवार यानी 30 जून को दोनों देशों के सैन्य कमांडरों के बीच 12 घंटे तक हुई बातचीत में भारत और चीन चरणबद्ध तरीके से सैनिकों को पीछे हटाने के लिए सहमत हुए हैं। हालांकि चीनी अखबार के इस दावे पर अभी तक मुहर नहीं लगी है।
दोबारा खूनी झड़प ना करने पर भी हुए सहमत
वहीं सूत्रों का कहना है कि भारत और चीन के बीच 15 जून जैसी खूनी झड़प फिर ना होने पर सहमति बनी है। दोनों देशों के बीच इस बात पर सहमति बनी है कि दोनों पक्ष 72 घंटों तक एक दूसरे पर इस बात की निगरानी रखेंगे जिन बातों पर सहमति बनी है, उसे जमीनी स्तर पर उतारा जा रहा है या नहीं।
22 जून को भी चीन पीछे हटने के लिए हुआ था राजी
सूत्रों के मुताबिक, चीनी पक्ष 22 जून को हुई बैठक में भी सीमा से चरणबद्ध तरीके से अपने सैनिकों को पीछे हटाने के लिए तैयार हो गया था, लेकिन आठ दिन बाद भी हालात जस के तस हैं। उनमें कोई बदलाव नहीं हुआ है।