Edited By shukdev,Updated: 24 Nov, 2019 09:03 PM
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने रविवार को कहा कि देश में सभी क्षेत्रों में तेजी से बदलाव हो रहा है लिहाजा केंद्र और राज्यों की सरकारों को मिलकर ‘टीम इंडिया ''के रूप में कार्य करना चाहिए। नायडू ने राष्ट्रपति भवन में राज्यपालों के दो दिवसीय...
नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने रविवार को कहा कि देश में सभी क्षेत्रों में तेजी से बदलाव हो रहा है लिहाजा केंद्र और राज्यों की सरकारों को मिलकर ‘टीम इंडिया 'के रूप में कार्य करना चाहिए। नायडू ने राष्ट्रपति भवन में राज्यपालों के दो दिवसीय सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के ‘सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन' के आह्वान ने देश को तात्कालिकता और दिशा की एक नई भावना प्रदान की है। राज्यपालों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि गति को बनाये रखा जाए और सामूहिक एवं सहयोगी प्रयासों के माध्यम से परिणाम प्राप्त किए जाए। उन्होंने राज्यपालों से ‘भारतीयता' की भावना को बढ़ावा देने का आह्वान करते हुए कहा,‘हमारे ‘एक भारत' को ‘श्रेष्ठ भारत' बनाने का इससे बेहतर समय हमारे लिए नहीं हो सकता है।'
उन्होंने प्रत्येक राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं और भाषाई, साहित्यिक विरासत की ओर ध्यान आकर्षित कराते हुए उनके संरक्षण की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, ‘आपको स्थानीय संस्कृति, त्योहारों और खाद्य पदार्थ किस्मों के संरक्षण के प्रयासों का समर्थन करना चाहिए। आपको स्वस्थ खाद्य पदार्थों और स्वस्थ जीवन शैली को प्रोत्साहित करना चाहिए। आपको स्थानीय कारीगरों और शिल्पकारों को समर्थन देने वाले स्थानीय कला रूपों और कार्यक्रमों के संरक्षण को प्रोत्साहित करना चाहिए।'
नायडू ने राज्यपालों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि प्रशासनिक कार्यों में और जहां कहीं भी सार्वजनिक संपर्क की जरूरत हो, उन स्थानों पर स्थानीय भाषाओं को उनका नियत स्थान मिले। उन्होंने राज्यपालों से मातृभाषाओं को संरक्षित करने और बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकारों को सक्रिय रूप से प्रोत्साहित करने और उन्हें कम से कम प्राथमिक विद्यालय स्तर पर शिक्षा के माध्यम के रूप में उपयोग सुनिश्चित कराने को कहा। उपराष्ट्रपति ने राज्यपालों का ध्यान कुछ औपनिवेशिक प्रथाओं की ओर आकर्षित करते हुए कहा कि इन प्रथाओं की समीक्षा की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि गणमान्य लोगों को महामहिम के रूप में संबोधित करना और विश्वविद्यालयों के दीक्षांत समारोह में टोपी और गाउन के पहनावे में थोड़ा सुधार लाकर उसे भारतीय संस्कृति के अनुरूप बनाया जा सकता है। इस दो दिवसीय सम्मेलन की अध्यक्षता राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने की। इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद और जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत सहित कई मंत्री उपस्थित हुए।