Edited By Seema Sharma,Updated: 13 Oct, 2020 05:02 PM
हवा की गति कम होने और तापमान कम होने के चलते प्रदूषक तत्त्वों के हवा में जमा होने के कारण राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की वायु गुणवत्ता मंगलवार सुबह "बहुत खराब" श्रेणी में पहुंच गई। इस मौसम में पहली बार हवा की गुणवत्ता इतनी खराब हुई है। वहीं दिल्ली की...
नेशनल डेस्कः हवा की गति कम होने और तापमान कम होने के चलते प्रदूषक तत्त्वों के हवा में जमा होने के कारण राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की वायु गुणवत्ता मंगलवार सुबह "बहुत खराब" श्रेणी में पहुंच गई। इस मौसम में पहली बार हवा की गुणवत्ता इतनी खराब हुई है। वहीं दिल्ली की खराब हवा पर मंगलवार को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार लगातार पूरे साल काम कर रही है, ताकि दिल्ली का प्रदूषण कम किया जा सके। लेकिन पराली का प्रदूषण सिर्फ दिल्ली की नहीं पूरे नार्थ इंडिया की समस्या है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अफसोस की बात है कि केंद्र सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया, पूरे साल हाथ पर हाथ रखे बैठी रही। सिसोदिया ने कहा कि प्रदूषण को कम करने में केंद्र सरकार को भूमिका निभानी पड़ेगी।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मैं निवेदन करता हूं कि इस समस्या से निपटने के लिए केंद्र सरकार और सभी सरकारें मिलकर अपनी जिम्मेदारी निभाएं। बता दें कि पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली के अनुसार, पंजाब, हरियाणा और पाकिस्तान के नजदीकी क्षेत्रों में खेतों में पराली जलाने की घटना में वृद्धि भी दिल्ली-NCR में वायु गुणवत्ता को प्रभावित करने वाली है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि दिल्ली-एनसीआर में हवा की खराब गुणवत्ता के कारण वायु प्रदूषण बढ़ने से Covid-19 महामारी और बढ़ सकती है। वायु प्रदूषण दिल्ली के लिए एक गंभीर समस्या बन गई है।