Edited By Seema Sharma,Updated: 10 Feb, 2022 11:39 AM
भारतीय किसान संघ (BKU) के नेता राकेश टिकैत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि केंद्र सरकार से गलती हुई थी, इसलिए उन्होंने कृषि कानून वापिस लिया। टिकैत ने कहा कि किसानों के कड़े आंदोलन के कारण ही आज सबी राजनीतिक दल किसानों का नाम जप रहे हैं
नेशनल डेस्क: भारतीय किसान संघ (BKU) के नेता राकेश टिकैत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि केंद्र सरकार से गलती हुई थी, इसलिए उन्होंने कृषि कानून वापिस लिया। टिकैत ने कहा कि किसानों के कड़े आंदोलन के कारण ही आज सबी राजनीतिक दल किसानों का नाम जप रहे हैं और अपने हर घोषणा पत्र में किसानों का जिक्र कर रहे हैं। वहीं इससे पहले बुधवार को भारतीय किसान संघ के अध्यक्ष नरेश टिकैत और उसके प्रवक्ता राकेश टिकैत ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण के दौरान लोगों से किसानों के मुद्दों पर मतदान करने की अपील की है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 11 जिलों की 58 विधानसभा सीटों पर गुरुवार को मतदान होगा, जहां उत्तर भारत के एक प्रभावशाली किसान संगठन बीकेयू का कृषक समुदाय के बीच काफी प्रभाव और दबदबा है। नरेश टिकैत ने ट्वीट कर कहा कि नोटा (नन ऑफ द अबव- उपरोक्त में से कोई नहीं का विकल्प) नहीं, चुनाव में मतदान करें, किसानों के मुद्दों पर चोट करें। मैं परिवार के साथ सिसौली में दो बजे मतदान करूंगा, आप भी लोकतंत्र के महायज्ञ में शामिल हों।
BKU के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भी लोगों से ‘नोट' के विकल्प पर नहीं, बल्कि किसानों से जुड़े मुद्दों पर मतदान करने की अपील की। नरेश और राकेश टिकैत दिग्गज किसान नेता महेंद्र सिंह टिकैत के बेटे हैं। नरेश टिकैत बाल्यान खाप के प्रमुख भी हैं।