Edited By Seema Sharma,Updated: 11 Feb, 2022 02:12 PM
सरकार ने शुक्रवार को संसद में स्वीकार किया कि मुंबई-अहमदाबाद उच्च गति रेल परियोजना (बुलेट ट्रेन) के कार्यान्वयन में देरी हुई है। इसके साथ ही सरकार ने कहा कि विशेष तौर पर महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण में देरी और तत्पश्चात ठेकों को अंतिम रूप देने सहित...
नेशनल डेस्क: सरकार ने शुक्रवार को संसद में स्वीकार किया कि मुंबई-अहमदाबाद उच्च गति रेल परियोजना (बुलेट ट्रेन) के कार्यान्वयन में देरी हुई है। इसके साथ ही सरकार ने कहा कि विशेष तौर पर महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण में देरी और तत्पश्चात ठेकों को अंतिम रूप देने सहित विभिन्न वजहों से इसमें विलंब हुआ। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि विशेष तौर पर महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण में देरी, तत्पश्चात ठेकों को अंतिम रूप देने में देरी एवं कोरोना के प्रतिकूल प्रभाव से मुंबई-अहमदाबाद उच्च गति रेल परियोजना के कार्यान्वनयन में विलंब हुआ। मंत्री ने कहा कि मुंबई-अहमदाबाद उच्च गति रेल परियोजना के लिए अभी तक गुजरात में 954.28 हेक्टेयर में 941.13 हेक्टेयर यानी 98.62 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण किया गया है जबकि दादर एवं नागर हवेली में 7.90 हेक्टेयर (100 प्रतिशत) भूमि का अधिग्रहण हो चुका है लेकिन महाराष्ट्र में 433.82 हेक्टेयर में से 247.01 हेक्टेयर भूमि का ही अधिग्रहण हो सका है जो 56.39 प्रतिशत है।