Edited By Vikas kumar,Updated: 22 Jan, 2019 06:50 PM
प्रदेश में जारी की गई एडीआर की रिपोर्ट में चौंका देने वाले आंकड़े सामने आए हैं। आकड़ों के अनुसार करोड़पति मंत्रियों के प्रतिशत पर नजर डालें तो वर्ष 2008 से लेकर 2018 तक ग्राफ....
रायपुर: प्रदेश में जारी की गई एडीआर की रिपोर्ट में चौंका देने वाले आंकड़े सामने आए हैं। आकड़ों के अनुसार करोड़पति मंत्रियों के प्रतिशत पर नजर डालें तो वर्ष 2008 से लेकर 2018 तक ग्राफ बहुत तेजी से बढ़ा है। वर्ष 2008 में 31 फीसदी मंत्री करोड़पति थे। वहीं वर्ष 2013 में 92 फीसदी मंत्री करोड़पति बढ़ गए और वर्ष 2018 के मंत्रिमंडल के मंत्रियों में 100 फीसदी मंत्री करोड़पति हैं। सीएम बघेल के मंत्रिमंडल के 12 में से 12 मंत्री करोड़पति हैं। अगर औसतन संपत्ति की बात करें, तो 12 मंत्रियों की औसतन संपत्ति 47.13 करोड़ है। एडीआर रिपोर्ट के अनुसार अधिकतम संपत्ति वाले मंत्रियों में अंबिकापुर से टीएस सिंहदेव ने सबसे अधिक 500.01 करोड़ संपत्ती घोषित की है।
भूपेश कैबिनेट में मंत्रियों की रिपोर्ट
मंत्री |
संपत्ति |
सीएम भूपेश बघेल |
23 करोड़ |
वन मंत्री मोहम्मद अकबर |
7 करोड़ |
राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल |
7 करोड़ |
महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया |
5 करोड़ |
कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे |
4 करोड़ |
शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम |
4 करोड़ |
गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू |
2 करोड़ |
पीएचई मंत्री गुरु रुद्र कुमार |
2 करोड़ |
नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डेहरिया |
2 करोड़ |
उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल |
1 करोड़ |
आबकारी मंत्री कवासी लखमा |
1 करोड़ |
इसके अलावा कांग्रेस सरकार के मंत्रिमंडल में अपराधिक पृष्ठभूमी वाले मंत्रियों की संख्या भी कम नहीं है। वर्ष 2008 से लेकर 2018 तक आपराधिक पृष्ठभूमि के मंत्रियों की संख्या पर ध्यान दे तो ये आंकड़े चौकाने वाले हैं। 2008 में शून्य फीसदी मंत्रियों पर अपराध दर्ज थे तो वहीं 2013 में यह आंकड़ा बढ़कर 8 प्रतिशत हो गया। लेकिन अब भूपेश बघेल मंत्रिमंडल में 17 फीसदी अपराधी किस्म के मंत्री शामिल हैं।