मैक्सिको देगा ट्रंप को करारा जवाब !

Edited By ,Updated: 04 Jun, 2016 11:44 AM

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अब तक अपने भाषणों में मैक्सिको के अप्रवासियों को बुरा-भला कहने वाले अमरीका के राष्ट्रपति चुनाव के संभावित उम्मीदवार डोनाल्ड

अब तक अपने भाषणों में मैक्सिको के अप्रवासियों को बुरा-भला कहने वाले अमरीका के राष्ट्रपति चुनाव के संभावित उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को मैक्सिको के पूर्व राष्ट्रपति विंसेट फॉकस ने बहस की चुनौती दी है। ट्रंप ने हमेशा मैक्सिको के प्रवासियों को अपराधी करार दिया है। कभी उन्हें रेपिस्ट कहा तो कभी मादक दवाओं का तस्कर। ट्रंप प्राय:अमरीका और मैक्सिको के बीच दीवार बनाने की घोषणा कर चुके हैं। मैक्सिको आज तक सारे आरोपों करे सहन करता रहा, अब पहली बार उसके पूर्व राष्ट्रपति ने ट्रंप को चुनौती दी है कि वह उनके अमरीका में बहस करेंगे।

मैक्सिको के राज्य कोष सचिव लुइस विडेगेरे कहते हैं​ कि अमरीका चाहता है तो दीवार बना ले,किंतु इसका खर्च उनका देश वहन नहीं करेगा। ट्रंप के इस प्रस्ताव का मैक्सिको में जोरदार विरोध किया गया था और यह पहला मौका है कि वहां की सरकार ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। इससे पहले वह  इस मसले पर बोलने से बच रही थी। मैक्सिको के पूर्व राष्ट्रपति विंसेट फॉकस ने ट्रंप की तुलना एडोल्फ हिटलर से की है।

उन्होंने इस प्रस्ताव को बुरे विचार कहा है, यह अज्ञानता और इसे उत्तरी अमरीका के एकीकरण का समर्थन करने वालों ने स्वीकार नहीं किया है। गौरतलब है कि पिछले वर्ष अपना चुनाव अभियान आरंभ करते ही ट्रंप ने मैक्सिको के लोगों को निशाने पर लेना शुरू कर दिया है। जबकि मैक्सिको बताना चाहता है कि उसने अमरीका के विकास में आर्थिक योगदान किया है। इन दोनों देशों में 500 बिलियन डॉलर का वार्षिक व्यापार होता है।

इसे मैक्सिको सरकार का ट्रंप को कठोर जवाब माना जा रहा है। ट्रंप के भाषणों मैक्सिको के लिए इस्तेमाल किए गए शब्दों को उसके वरिष्ठ राजनयिकों ने मूर्खतापूर्ण और जातिवाद फैलाने वाला बताया है। वाशिंगटन पोस्ट अखबार के अनुसार मैक्सिको की विदेश सचिव क्लोडिया रोइज मैसियू कहती हैं कि यदि एक सेव लाल है तो उसे लाल ही कहा जाएगा। जब किसी को अज्ञानी कहा जाएगा तो वह अज्ञानी ही होगा। उनका मानना है कि हम पूरा विश्वास है कि अमरीका के ज्यादातर लोग हमें ऐसा नहीं समझते।

ट्रंप ने यह भी कहा था कि वह मैक्सिको पर दबाव बनाएंगे कि वह अपनी सीमा पर दीवार खड़ी करे, ताकि अमरीका में घुसपैठ करके उसे आर्थिक नुकसान पहुंचाने वाले लोगों को रोका जा सके। उन्होंने यहां तक कहा था कि  जब वे अपना योगदान नहीं करते मैं कुछ सख्त कदम उठाउंगा और दीवार के पैसे भी दूंगा। मैक्सिको के एक वरिष्ठ राजनयिक ने इस प्रस्तावित दीवार की कड़ी आलोचना की है।  

मैक्सिको की विदेश सचिव क्लोडिया रोइज मैसियू कहती हैं कि यह ऐसा प्रस्ताव नहीं है कि जिस पर हम विचार करेंगे। दोनों देशों के बीच 2 हजार मील दीवार बनाना व्यापार को बंद करने वाला होगा। इसे समझदारी वाला फैसला नहीं माना जाएगा। विदेश सचिव का बयान आने के बाद पूर्व राष्ट्रपति ने भी अमरीकी राष्ट्रपति के संभावित उम्मीदवार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

मैक्सिको के 2006 से 2012 तक राष्ट्रपति रहे फिलिप कैलडेरॉन ने कहा कि यह बहुत निराशाजनक और जनता को बरगलाने वाली सोच है, हम किसी दीवार के लिए एक पैसा भी नहीं देंगे। अमरीका के उप राष्ट्रपति जोय बिडन ने फरवरी 2016 को मैक्सिको के राष्ट्रपति एनरीक्यू पेना नीएटो के आवास में भाषण देने के बाद उनके साथ हाथ मिलाया था। जबकि अन्य नेताओं को  भी तवज्जो दी गई। कुछ दिन पहले जब दोनों की बैठक हुई थी तो जोय बिडन ने मैक्सिको के लिए शब्दों का जाल बिछा दिया था। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए ट्रंप के चुनाव अभियान को खतरनाक, नुकसान पहुंचाने वाला और बहुत ही नासमझ बताया।

मैक्सिकों के इस विरोध का अमरीका में कोई असर नहीं देखा जा रहा है। हाल में जब डोनाल्ड ट्रंप अल्बामा में रैली को संबोधित कर रहे थे तब उन्होंने कहा था कि अमरीका की सीमा पर बनाई जाने वाी दीवार की ऊंचाई 10 फीट रखी जाएगी, इस पर वहां मौजूद भीड़ इसका जोरदार समर्थन किया था। इतने जबरदस्त रिस्पांस को देखकर ट्रंप ने सबका धन्यवाद किया था। इसका क्या अर्थ लगाया जाए कि अमरीका के लोगों में इस विभाजन के बीज बोने में ट्रंप कामयाब हो गए हैं ? 

 
 

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